राष्ट्रीय (01/01/2015) 
शिक्षिका को बनाया शिकार, आरोपी महिला ने बैंक अधिकारी बनकर किया फ़ोन

अजमेर। एटीएम कार्ड के पिन नम्बर पूछकर रूपये निकाले जाने का गोरखधंधा थमने का नाम नहीं ले रहा है, इसी बीच गत दिनों एक शातिर ठग गिरोह की महिला ने बैंक अधिकारी बनकर द्रोपदी देवी सांवरमल स्कूल में कार्यरत्त शिक्षिका को फ़ोन करके एटीएम कार्ड एक्टीवेट नहीं होने कि जानकारी देकर शिक्षिका के बैंक एटीएम कार्ड नम्बर व पिन कोड पूछ कर कुछ देर बाद ही 10-10 हजार रूपये करके पांच बार उक्त खाते से निकाल लिये। महिला उक्त घटना क्रम की शिकायत दरगाह पुलिस थाने में दर्ज करवार्इ है। शिक्षिका का आरोप है कि पुलिस ने अभी तक कोर्इ कार्रवार्इ नहीं की है। 
द्रोपदी देवी सांवरमल स्कूल में कार्यरत्त शिक्षिका निशा आसोपा ने बताया कि गत माह 26 दिसम्बर 2014 को करीब 12 बजकर आठ मिनिट पर एक महिला का काल शिक्षिका के मोबाइल पर फ़ोन आया ओर फ़ोन पर उक्त महिला ने बैंक अधिकारी मुम्बर्इ से होना बताया और कहा कि आपका एटीएम कार्ड एक्टीवेट नहीं हो रहा है, जिसे एक्टीवेट करने के लिये आपने एटीएम कार्ड के पिन नम्बर बता दिये, कुछ देर बाद ही महिला शिक्षिका निशा आसोपा के मोबाइल फ़ोन पर रूपये निकालने वे आन लाइन खरीददारी करने का मैसेज आया तो उन्होने तुरंत पुरानी मंडी सिथत यूको बैंक में बैंक अधिकारी को मामले की जानकारी देकर उक्त खाते से रूपये निकालने पर रोक लगाने की मांग की, लेकिन बैंक अधिकारी ने कहा कि आपको लिखित में एक अर्जी देनी होगी, उसके बाद कार्यवाही होगी। इस दौरान शिक्षिका तुरंत बाद करीब आधे घंटे में बैंक पहुंची तब तक उसके खाते से 50 हजार रूपये निकाले जा चुके थे। शिक्षिका निशा आसोपा ने अपने परिजन के साथ दरगाह पुलिस थाने पहुंचकर  शिकायत दर्ज करवार्इ है।

बैंक अधिकारियों का कहना है कि बैंक के नाम से आये फोन पर लोग अपना एटीएम खाता नम्बर व कोड तक बता देते हैं जबकि यह जानकारी किसी को भी नहीं बतानी चाहिये, चाहे वह अपना कितना ही निकट का हो। इस तरह की धोखाधड़ी के नाम से ऑन लाइन परचेज करने वाले इसका दुरूपयोग करते हैं। बैंक द्वारा कभी भी इस प्रकार कि जानकारी खाताधारक से नहीं मांगी जाती है।

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