राष्ट्रीय (02/01/2015) 
राजकीय सम्मान के साथ हुआ श्रीराम का अंतिम संस्कार
झुंझुनूं, । श्रीराम तेरा यह बलिदान, याद रखेगा हिन्दुस्तान के नारों के साथ लोगों ने झुंझुनू के वीर सपूत श्रीराम गंवारिया को अंतिम विदाई दी। बीएसएफ की नवीं बटालियन के सिपाही श्रीराम का अंतिम संस्कार शुक्रवार को पूर्ण सैनिक एवं राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव खतेहपुरा में किया गया। बीएसएफ के जवानों ने जैसे ही श्रीराम की पार्थिव देह को तिरंगे में लपेटा, इस शहीद की शहादत को हर कोई सलाम करता नजर आया। लोगों की जुबां पर यही बात थी की जब तक ऐसे वीर सपूत इस देश की रक्षा के लिए सीमा पर तैनात है, तब तक कोई बाहरी शत्रु हमारा बाल भी बांका नहीं कर सकता। उनके पैतृक आवास से उनके खेत तक शव यात्रा निकाली गई, जिसमें सैकडों की संख्या में लोग शामिल हुए। 
अंत्येष्टि स्थल पर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों ने अपने गावं के वीर सपूत को नम आंखों से अंतिम नमन किया। बीएसएफ व पुलिस की टुकडी ने शहीद श्रीराम को गार्ड ऑफ आनर दिया और हवाई फायर कर सलामी दी। शहीद की चिता को मुखाग्नि शहीद के पुत्र अरूण ने दी तथा उनकी पुत्री नीलम ने अपने शहीद पिता की अर्थी को कंधा दिया। गावंवालों के बीच में सरपंच के नाम से मशहूर श्रीराम बहुत मिलनसार एवं दिलेर और जांबाज व्यक्ति थे। गांववालों ने बताया कि जब भी वे गांव आते थे, गांव के हर शख्स से मुलाकात करते थे एवं गांव वालों के दुख-दर्द में सहभागी होते थे। उनके छोटे भाई रघुवीर ने कहा कि श्रीराम हमें छोड कर चले गए, इस बात का हमें गहरा दुख है, लेकिन हमें इस बात का गर्व भी है कि उन्होंने मातृ भूमि की रक्षार्थ अपने प्राणों की आहूति दी है।  हमारी आने वाली पीढियां उनकी सहादत को नमन करेंगी। चिकित्सा मंत्री राजेन्द्र राठौड ने कहा कि राज्य सरकार के नियमानुसार गांव में स्थित माध्यमिक स्कूल का नामकरण शहीद के नाम पर किया जाएगा। बीएसएफ के डीआईजी बीकानेर पियूष मोरदिया ने मीडिया को सम्बोधित करते हुए कहा कि हमारा दायित्व हमे सौपें गए काम को 100 प्रतिशत रूप से क्रियान्वित करना है और इसका प्रत्यक्ष उदाहरण श्रीराम है, जिन्होंने अपनी जान की बाजी लगाकर भी देश की सीमा की रक्षा की। गौरतलब है कि श्रीराम 31 दिसम्बर को जम्मू के साबां सेक्टर में पेट्रोलिंग के दौरान बेटल कैजवल्टी के दौरान शहीद हो गए थे।
शहीद के परिवार में उनकी पत्नी वीरांगना घोटी देवी, बेटी नीलम एवं बेटा अरूण है। इससे पूर्व घर के आंगन में शहीद की पार्थिव देह पर परिजनों, महिलाओं ने भी पुष्प अर्पित करके अंतिम नमन किया तथा बीएसएफ व पुलिस की टुकडी ने शहीद श्रीराम को गार्ड ऑफ ऑनर दिया। शहीद की अंतिम यात्रा में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य मंत्री राजेन्द्र राठौड, सांसद संतोष अहलावत, उदयपुरवाटी विधायक शुभकरण चौधरी, झुंझुनू विधायक बृजेन्द्र ओला, जिला कलेक्टर एस एस सोहता, जिला पुलिस अधीक्षक सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, पूर्व विधानसभाध्यक्ष सुमित्रा सिंह, बीएसएफ डिप्टी कमाण्डेंट आर.एस.शेखावत सहित शहीद के परिजनों तथा ग्रामीणों ने पुष्प चक्र एवं पुष्प चढ़ाकर श्रद्घांजलि अर्पित की।

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