मुंबई । सेंसर बोर्ड पर नाराजगी जताते हुए ऐक्टर आमिर खान ने कहा है कि मैं मीडिया
या फिल्मों में किसी भी तरह के मटीरियल को बैन किए जाने के सख्त खिलाफ हूं। जब
सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय ने हमसे इस मुद्दे पर बात की तो उन्होंने भी कहा था कि
मिनिस्ट्री के पास आपत्तिजनक शब्दों (कस वर्ड्स) की कोई लिस्ट नहीं है। यह
सर्टिफिकेशन बोर्ड है न कि सेंसर बोर्ड। यह सुनकर अच्छा लगा था। आमिर ने यह बात
फिक्की-फ्रेम्स नाम के कार्यक्रम में कही। मीडिया और एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री का यह
सालाना जलसा बुधवार को शुरू हुआ।
गौरतलब
है कि सेंसर बोर्ड ने हाल ही में कुछ आपत्तिजनक शब्दों को बैन करके विवाद छेड़ दिया
था। ऐसी रिपोर्टें हैं कि हाल में सेंसर बोर्ड के चेयरमैन बने पहलाज निहलानी ने
2003 में बनी आपत्तिजनक शब्दों की एक लिस्ट को संशोधित किया है। इसमें फिल्मों व
डॉक्युमेंट्रीज में बॉम्बे शब्द के इस्तेमाल पर भी रोक की बात थी। हालांकि, निहलानी ने जन आक्रोश के बाद इस लिस्ट को
वापस ले लिया था। |