(25/07/2016) 
मुखौटा बदलने की तैयारी मे विश्‍व हिंदू परिषद
उत्तर प्रदेश,पंजाब, उत्तराखंड मे अगले साल होने वाले विधानसभा के चुनावो को देखते हुये विश्‍व हिंदू परिषद ने अपनी रणनीति शायद कहीं न कहीं मोदी और संघ के दबाव मे बदल दी है,गोरतलब है कि वीएचपी की पहचान हमेशा से कट्टर हिदूत्त्व वाली रही है

उसी सोच को बदलने के लिये विश्‍व हिंदू परिषद  ने अगले 6 महीने मे  देश मे होने वाले  अपने कार्यक्रमो की घोषणा कर दी है वीएचपी के जनरल सेक्रेटरी चंपत राय ने कहा है कि जल्दी ही पूरे देश के युवाओॆ को  विशाल भूमि की अखंडता को याद दिलाना है जिसमे  वीएचपी की 72 हजार ईकाई समीतियां शामिल होंगी, जो देश के नौजवानो को हिंदूत्तव के बारे मे बतायेंगी. राम मंदिर के निर्माण पर सवाल  के जवाब मे चंपत राय जी ने बताया कि  वीएचपी की पहचान मंदिर निर्माण से ही है 1963 मे वीएचपी का गठन हुआ था और 1964 मे वीएचपी संस्था के नाम का संस्करण हुआ जिसमे क मुंशी ने इसके आब्जेक्टिव लिखे थे, राम मंदिर के निर्माण के लिये वीएचपी कभी भी उदासीन नही हुई, राम जन्म भूमि के आंदोलन की परिणीति एक है और परिणाम भी एक है.जन्माष्टमी  पर वीएचपी का स्थापना दिवस है 18 से  25 अगस्त तक एक सप्ताह के कार्यक्रम मे  शहर से लेकर गांव तक वीएचपी  के पदाधिकारियों को सत्संग दर्शन करने को कहा है.इसके बाद वीएचपी के अगले कार्यक्रम 2 नवंबर से शुरु है जिसमे देश के सरकारी अस्पताल, आर्मी ,और मेडिकल कॉलेज मे वीएचपी  और बजरंग दल  गरीबों के लिये रक्तदान शिविरो का आयोजन करेगा. वीएचपी की स्थापना के पहले दिन से ही  हमेशा से गाय की महत्ता रही है  गोपाष्टमी पर 8 नवंबर को वीएचपी के कार्यकर्ता एक लाख आबादी पर  लगभाग 5 हजार से ज्यादा स्थान पर सरकार से गाय की हत्या रोकने के लिये कानून बनाने की मांग करेंगे, हालाकि अटल जी के समयएक ड्राफ्ट बना था जिसमे भारतीय नस्ल की गाय के लिये अलग से एक स्वतंत्र मंत्रालय  बनाने की भारत सरकार से कही थी और इसमे गाय के यूरिन पर रिसर्च, खेती के लिये गोबर के फायदे आदि , लैबोर्ट्री बनाने की बात रखी थी.वीएचपी के 51 साल पूरे हो गये हैं अपने 52 वें वर्ष मे 13 से 27 नवंबर को 51 लाख परिवार के पास जाकर 20 रुपये का चंदा लेंगे  जिससे वीएचपी का फंड  बनेगा. 3 वर्गीकरण मे भिन्न-भिन्न राज्यो के वीएचपी के कार्यक्रताओ को बुलाकर एजूकेशन,हेल्थ केयर,और ग्रामीण विकास की जानकारी देंगे, इतना ही नही 500 से ज्यादा कार्यक्रता  देश  के सांसदो को वीएचपी के बारे मे बतायेंगे.वहीं गुरुगोविंद सिंह के बलिदान पर भी चंपत राय जी ने कहा है कि शहीदो के पिता व  शहीद के पुत्र श्री गुरुगोविंद सिंह का बलिदान अनमोल है  सिख पंथ के दसवें गुरु  श्री गुरुगोविंद सिंह  केवल सिख धर्म के धर्म गुरु नही थे बल्कि विश्व के महान लोकनायक और युग प्रवर्तक महापुरु्ष थे.उन्होने भटके लोगो को सही राह दिखाने के लिये धर्म , जाति,देश व भाषा का भेद मिटाकर भावनात्मक एकता  स्थापित करने के उद्देश्य से मानस जात की स्थापना की. दसवें गुरु श्री गुरुगोविंद सिंह केवल शस्त्र के  महारथी ही नही थे बल्कि वो शास्त्र के भी धनी थे, दशमेश गुरु जीवन पर्यन्त अन्याय का विरोध कर हिन्दूत्व की रक्षा की,एक महान वीर, सैन्य कौशल मे निपुण और आदर्श व्यक्तित्व वाले शख्स के रुप मे हमेशा  श्री गुरुगोविंद सिंह को याद रखेगा.बंदा बहादूर ने भी हिंदू धर्म की रक्षा की थी, श्री गुरुगोविंद सिंह के बलिदान का  350 वां साल चल रहा है इस मौके पर विश्‍व हिंदू परिषद  350 जिला केन्द्रो पर कार्यक्रम करेगी. ये कार्यक्रम 5 जनवरी से शुरु होगा जिसमे 200 -200 लोगो के ग्रुप को श्री गुरुगोविंद सिंह के हिन्दूत्व की रक्षा के लिये किये गये  योगदान के बारे मे बतायेंगे.पटना गुरुद्वारे  के ग्रंथी  ईकबाल सिंह ने बताया कि  केंद्र सरकार और पंजाब सरकार ने भी 350 वें जन्मदिन पर एक एक करोड़ रुपये पटना गुरुद्वारे को दिये हैं.वही इस पर सवाल करते हुये चंपत राय जी से पूछा गया कि इसका फायदा सीधे सीधे पंजाब के चुनाव मे होगा तो चंपत राय जी का कहना था कि केवल पंजाब मे ही नही यूपी,उत्तराखंड, हिमाचल. मे सारे भारत वर्ष  मे विश्‍व हिंदू परिषद  को फायदा पहुंचेगा.हिदू समाज पिछले 500 साल से अयोध्या मे लड़ रहा है जिसमे 40-50 परिवार ने 22 दिसंबर 1949 को राम मंदिर के लिये लड़ाई लड़ी जिससे आज भी उनकी आर्थिक दशा खराब है,विश्‍व हिंदू परिषद  ने ही हिंदूस्तान की इस आग को 3 लाख गांव तक पहुंचाया और 10-15 करोड़  भारतीयों को बताया था कि  मंदिर तोड़कर वहां मस्जिद बनाई गई थी.वीएचपी ने ही राम मंदिर को लेकर एक आंधी चलाई थी  1950 से मुकदमे चल रहे हैं जो 2010 मे अपने फेवर मे आये. 1990 से ही फ्यूचर टैंपल के बारे मे वर्क आउट करना शुरु कर दिया था हाइकोर्ट ने भी कहा कि राम जन्मभूमि है और सुप्रीम कोर्ट मे अपील को भी 5 साल हो गये हैं जल्द  से जल्द केस को डिसपोस कर दे.वहीं कैराना मामले में  चंपत राय ने कहा कि कैराना में हिंदुओं का पलायन एक आपराधिक घटना है। पूरे प्रदेश में अपराध बढ़ा है। मुजफ्फरनगर में पहले ऐसा नहीं था। लेकिन अपराध की जड़ें बढ़ चुकी हैं। इसके लिए हिंदुओं को एकजुटता दिखानी होगी। कैराना छोड़कर दूसरे स्थान पर जाने वाले डरपोक है। ऐसे लोगों की कोई मदद नहीं करता।   उन्होंने कहा कि अगर कैराना से हिंदू भाग रहे हैं और यह सही है तो विश्व हिंदू परिषद की महत्ता बढ़ रही है। भारत का गौरवशाली इतिहास रहा है। हम हिंदू युवा वर्ग के युवक.युवतियों को प्रशिक्षण देकर मजबूत बनाते है। समूह में रहना एक विशेष गुण है। वर्तमान परिवेश में लोग अकेला रहना पंसद कर रहे हैं। मानव को निरंतर कार्य करने की आदत डालनी चाहिए। धर्मातंरण मामले मे चंपत राय जी ने कहा कि धर्मातंरण  का मतलब है अपने पूर्वजो की जडो से कटना, और इसे रोकने के लिये सख्त से सख्त कानून बनाने की जरुरत है. चंपत रायजी से जब ये पूछा गया कि मुसलमान अब हिंदू बन रहे है इस पर उन्होने कहा कि जो मुसलमान हिंदू बन रहे है वो धर्मांतंरण नही है वो घर वापसी है  मजबूरी का लवादा उतार दो, जो लोग मुस्लिम बने थे उनके पूर्वजों के बारे मे जानोगे तो पता चलेगा.  विश्व हिंदू परिषद की स्थापना 1964 मे हुई थी। इसके संस्थापकों में स्वामी चिन्मयानंदए एसएस आप्टेए मास्टर तारा हिंद थे। पहली बार 21 मई 1964 में मुंबई के संदीपनी साधनाशाला में एक सम्मेलन हुआ था। सम्मेलन आरएसएस सरसंघचालक माधव सदाशिव गोलवलकर ने बुलाई थी। इस सम्मेलन में हिंदू, सिख, जैन और बौद्ध के कई प्रतिनिधि मौजूद थे। सम्मेलन में गोलवलकर ने कहा कि भारत के सभी मताबलंवियों को एकजुट होने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हिंदू हिंदूस्तानियों के लिए प्रयुक्त होने वाला शब्द है और यह धर्मों से ऊपर है
अरुण निशाना 
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