(12/04/2017) 
कुलभूषण की सजा पर सख्त हुई भारत सरकार
भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान द्वारा फांसी की सजा सुनाने पर भारतीय सरकार ने पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए कहा है कि यदि इस फैसले पर अमल किया गया तो यह हमारे द्वि-पक्षीय संबंधों के लिए नकारात्मक परिणाम साबित होगा। इसके विरुद्ध "आउट ऑफ द वे" जा कर पाकिस्तान के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।

दरअसल कुलभूषण ईरान में कारोबार किया करते थे। पाकिस्तान को संदेह था कि वह भारतीय एजेंट है इसलिए वहीं से पाकिस्तानियों ने उनका अपहरण कर लिया। अब उनको फांसी की सजा भी सुनाई जा चुकी है।

इस संदर्भ में जाधव का कहना है कि वास्तविक परिस्थितियां स्पष्ट नही है और तथ्यों का पता तभी चल पाता है जब उन्हें समझने के लिए काउंसिल मुहैया कराई जाती है।

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कहा है कि जब से कुलभूषण के विषय में पता चला है तब से वह लगातार उनके परिवार के संर्पक में है। इस बात भी भरोसा दिलाया कि उनके मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही नही की जाएगी। साथ ही साथ पाकिस्तान सरकार पर भी दबाव डाला है कि जाधव के केस के लिए उन्हें अच्छे से अच्छा वकील करवाया जाए।

इस विषय में पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने पाकिस्तानी संसद में यह ब्यान दिया है कि जाधव के पास फांसी के विरोध में कुछ भी कार्यवाही या कैस करने के लिए 60 दिनों का समय है। वह अपने देश की सुरक्षा हर कीमत पर करेंगे। व जाधव के खिलाफ कानूनी कार्यवाही सभी सबूतों को ध्यान देकर की गई जिसके अंतर्गत तीन महीने तक कोर्ट में केस चला हो। मामले में ऐसा कुछ भी नही है जो गैर-कानूनी हो।

बहरहाल भारतीय सरकार कडी कार्यवाही करने की कोशिश में है जिसमें की अंर्तराष्ट्रीय दबाव डालने की संभावनाए भी बनी हुई है।

कोमल शर्मा 
समाचार वार्ता

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