राष्ट्रीय (13/04/2015) 
"सानिया" सिर्फ नाम ही काफी है
हाल ही में भारत का नाम ऊंचा करने वाली सानिया नेहवाल जिन्होंने बैंडमिंटन में  भारत को शिखर पर पहुंचाया है। सानिया नेहवाल विश्व की नंबर 1 बैडमिंटन खिलाड़ी बन चुकी है। वहीं अब दुसरी सानिया की बात करें जो टेनिस में हैं तो आपको बतादें कि भारत की टेनिस प्लेयर सानिया मिर्ज़ा ने भी भारत का नाम ऊंचा कर दिया है। सानिया मिर्ज़ा डब्ल्यूटीए युगल रैंकिंग में सर्वोच्च स्थान पर पहुंचने वाली भारत की पहली महिला टेनिस खिलाड़ी बन गई। भारतीय टेनिस स्टार के 7660 अंक हैं और उन्होंने तीन पायदान चढ़कर इटली की सारा ईरानी (7640 अंक) को नंबर एक से पीछे छोड़ दिया है।

सानिया ने चार्ल्सटन में स्विट्जरलैंड की अपनी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस के साथ मिलकर डब्ल्यलूटीए सर्किल कप जीता जिसके दम पर वह विश्व की नंबर एक खिलाड़ी बनी। सानिया और हिंगिस की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी ने 731,000 डालर इनामी क्लेकोर्ट टूर्नामेंट के फाइनल में कैसे डेलेक्वा और दारिजा जुराक की जोड़ी को 6-0, 6-4 से हराया। इस जीत से सानिया ने अधिकारिक सूची में 470 अंक हासिल किये। सानिया से पहले लिएंडर पेस और महेश भूपति नब्बे के दशक में पुरूष युगल में शीर्ष पर पहुंचे थे।

सानिया ग्रैंडस्लैम टूर्नामेंट जीतने वाली भारत की पहली महिला खिलाड़ी भी हैं। फेमिली कप सानिया का हिंगिस के साथ लगातार तीसरा खिताब है। उन्होंने मार्च में जोड़ी बनाने के बाद अब तक कोई मैच नहीं गंवाया है। उन्होंने इंडियन वेल्स और फिर मियामी में जीत दर्ज की। सानिया और हिंगिस ने अब तक तीन टूर्नामेंट के 14 मैचों में केवल तीन सेट गंवाये हैं। वे दोनों सत्र के आखिरी टूर्नामेंट रेस टु सिंगापुर में विश्व की नंबर एक टीम बन गई है।

अली अब्बास नक़वी

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