राष्ट्रीय (20/07/2015) 
सबसे महत्वपूर्ण विषय रोजगार और आजीविका- कैप्टन अभिमन्यु
नई दिल्ली - हरियाणा के श्रम एवं रोजगार मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि हमारा सबसे महत्वपूर्ण विषय रोजगार और आजीविका के लिए पथ प्रदर्शन करना है। इसलिए रोजगार विभाग की कार्य प्रणाली बदलने की सख्त जरूरत है। रोजगार विभाग को केवल बेरोजगारों की जानकारी इकट्ठी करने तथा बेरोजगारी भत्ता देने के प्रयासों से आगे बढऩा होगा।
कैप्टन अभिमन्यु आज विज्ञान भवन, नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा बुलाई गई श्रम मंत्रियों के 46 वें सत्र सम्मेलन में बोल रहे थे। 
 उन्होंने कहा कि रोजगार विभाग को उपलब्ध सूचना पर शोध करके रोजगार बढ़ाने के लिए सरकार को सार्थक राय देनी होगी। अन्यथा आज के तंत्र में उसका अस्तित्व समाप्त हो जाएगा। उन्होंने कहा कि आज इस विषय पर मील का पत्थर रखा जाएगा और आगे विचार करने के लिए हमें इस सम्मेलन में आगामी दिशा मिलेगी।
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा है कि देश के प्रधानमंत्री द्वारा दिए गए लक्ष्य मेक इन इंडिया, स्किल इंडिया और असंगठित श्रमिकों के कल्याण के लिए सफलता की कड़ी होगी। उन्होंने कहा कि अब से पूर्व की कार्यशैली और धीमी गति के प्रयास का वर्णन न करके हमें चाहिए कि हम पीछे की कमियों को पूरा करें और आगे की प्रगति पर ध्यान दें। 
उन्होंने कहा कि श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए हर विषय में पारदिर्शता लाने की प्रणाली लागू करने के लिए प्रयास करें इससे श्रम अधिनियमों की परिपालना की समस्या समाप्त हो सकती है तथा आज कंप्यूटर और इंटरनेट के युग में पारदर्शिता से कानून की परिपालना सुनिश्चित करना संभव है। उन्होंने कहा कि इस सम्मेलन के माध्यम से केवल भारत ही नहीं विश्व में यह संदेश देने का प्रयास करें कि भारत वर्ष का उद्योग जगत, श्रमिक वर्ग स्किल इंडिया के माध्यम से मेक इन इंडिया को सफल बनाकर फिर से एक आर्थिक महाशक्ति का रूप लेकर सोने की चिडिय़ां कहलाने का गौरव प्राप्त करेगा।
इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने नेशनल करियर सर्विस पोर्टल तथा ईएसआईसी व ईएसआईसी के सुधार कार्यक्रम का शुभारंभ भी किया। कैप्टन ने कहा कि बदलाव बहुत कठिन काम है, लेकिन हमारी सरकार बदलाव के लिए प्रतिबद्ध है और यह बदलाव देशवासी महसूस भी करने लगे हैं। उन्होंने कहा कि कठिन परिश्रम वो कीमत है, जो हमें सफलता के लिए चुकानी पड़ती है। यदि हम कीमत चुकाने को तैयार हैं तो कुछ भी पा सकते हैं, हम कठिन परिश्रम कर रहे हैं और हमें पूर्ण विश्वास है कि यह परिश्रम देश को विकास पथ पर बहुत आगे ले जाएगा।  
उन्होंने कहा कि विश्व की 21वीं शताब्दी के इतिहास में भारत की शताब्दी कहलाने का प्रधानमंत्री का राष्ट्र संकल्प पूरा करने के लिए आवश्यक है कि देश की उद्यम शक्ति और सरकार मिलजुल कर एक दिशा में कार्य करे। श्रममंत्री ने कहा कि देश की नई पीढ़ी इस ऐतिहासिक अवसर को गंवाना नहीं चाहती तथा उद्यम के बिना रोजगार नहीं होगा। उन्होंने कहा कि श्रमिक योगदान के अभाव में उद्यम सफल नहीं हो सकता। 
श्रम कानूनों में समन्वय और सुधार के  बारे में उन्होंने कहा कि दो नये अधिनियमों का प्रस्ताव रखा गया है जो कि अत्यंत आवश्यक है-पहला अधिनियम छोटे उद्योग चलाने के लिए सुविधा और श्रमिकों के अधिकारों की रक्षा के लिए प्रस्तावित है। दूसरा अधिनियम श्रमिक के सबसे अहम अधिकार अर्थात वेतन से संबंधित है तथा बोनस का विषय बहुत बार विवाद का कारण बनता रहा है। प्रस्तावित संशोधन में इसके सरलीकरण का लक्ष्य है और श्रमिक वर्ग को लाभ मिलेगा। 
कैप्टन अभिमन्यु ने कहा कि डिजिटल इंडिया क्रांति के माध्यम से देश में श्रम शक्ति की सभी जानकारी स्किल डेवलपमेंट करते हुए रोजगार सृजन व बेहतर रोजगार अवसर तथा श्रमिक सुधार अधिकार की सभी नियोजनों में इनका लाभ पहुंचाया जा सके। 

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