राष्ट्रीय (24/02/2016) 
समाज के सभी समुदायों का एक-दूसरे से नाखुन व मांस का रिश्ता: पूर्व कोटड़ा
कैथल :- जाट शिक्षण संस्थान के प्रधान रणबीर ढुल फौजी, पूर्व प्रधान बलवान कोटड़ा ने जाट समुदाय के लोगों से अपील की है कि वे जन जीवन को सामान्य करने और यातायात को बहाल करने में भरपूर सहयोग करें। प्रधान रणबीर फौजी ने अपने संदेश में कहा कि हरियाणा प्रदेश की धरती विभिन्न संस्कृतियों की धरती है और यहां 36 बिरादरी के लोग एक-दूसरे से मिलकर भाईचारे के साथ जीवन व्यतीत करते आए हैं। उन्होंने जन साधारण से भी अपील की कि अब हरियाणा व केंद्र सरकार ने जाटों को आरक्षण देने की मांग को मान लिया है इसके बाद सभी पहले की तरह आपस में मिलकर प्यार और सौहार्द के साथ अपने जीवन को व्यतीत करें और ङ्क्षजदगी को पूर्व की भांति पटरी में लाने पर एक-दूसरे की मदद करें। पूर्व प्रधान बलवान कोटड़ा ने कहा कि 36 बिरादरियों से मिलकर ही समाज की संरचना हुई है। इससे कोई भी एक बिरादरी कहीं अलग पड़ती है तो सामाजिक तानाबाना अस्त-व्यस्त होता है। अत: हम सब बिरादरियों का एक-दूसरे के साथ नाखुन और मांस का रिश्ता है, चोट किसी को भी लगे दर्द सभी को होता है। अत: हम सबको को इस माहौल से अब बाहर आकर फिर से उसी प्यार, सद्भाव के साथ ङ्क्षजदगी को जीना है और एक-दूसरे की मदद करने की भावना जो युगों से हमारों खून में रही है उसी भाव के साथ समाज को संगठित करते हुए आगे बढऩा है। उन्होंने अपील करते हुए यह भी कहा कि लोकतांत्रिक व्यवस्था में सभी को अपने हक के लिए आवाज उठाने का अधिकार है और यही अधिकार मांगने के लिए ही जाट समुदाय ने सरकार के समक्ष अपनी बात रखी थी। अब जब प्रदेश की सरकार ने जाट आरक्षण का विधेयक विधानसभा में लाने का ऐलान किया और केंद्र सरकार ने केंद्रीय मंत्री वैकेया नायडू की अध्यक्षता में एक समिति का गठन करके जाट आरक्षण देने की तरफ मजबूत कदम उठा लिया है इसके बाद स्थिति साफ हो गई है और अब हम सब पहले की तरह एक-दूसरे से मिलकर अपने समाज में जीवन व्यतीत करें। उन्होंने समूचे जिला प्रशासन व मीडिया का विशेष रूप से आभार व्यक्त किया है कि उन्होंने विपरीत परिस्थितियों में भी संयम बरतते हुए स्थिति को और अधिक बिगडऩे से रोकने का काम किया है। उन्होंने पूरजोर अपील करते विशेषकर जाट समुदाय का आह्वान किया कि है कि वे भाईचारा कायम करने में उसी जुनून के साथ आगे आए जैसे आम अवसरों पर जाट व अन्य समुदाय एक-दूसरे से कंधे से कंधा मिलाकर चलते हुए किसी भी बड़ी समस्या का समाधान ढूंढते रहे हैं। इस मौके पर संस्था के उप-प्रधान संदीप छौत, सचिव कुलदीप गढ़ी, कोषाध्यक्ष रामपाल गुहणा, बलकार नैन सहित अन्य गण्यमान्य व्यक्ति मौजूद रहे।
(राजकुमार अग्रवाल)
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