विशेष (18/06/2022) 
इस बार मानसून में रिंग रोड, आईपी एस्टेट पर नहीं होगा जलजमाव, पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया ने दौरा कर लिया तैयारियों का लिया जायजा
केजरीवाल सरकार ने मानसून के दौरान दिल्ली में होने वाले जलजमाव को रोकने के लिए युद्धस्तर पर तैयारियां कर रही है|  इस बाबत पीडब्ल्यूडी ने राजधानी के विभिन्न मुख्य जलजमाव वाले स्थानों को चिन्हित कर, ऐसे इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने का काम कर रही है जो भारी बारिश के दौरान भी जलजमाव की स्थिति पैदा नही होने देंगे| शुक्रवार को उपमुख्यमंत्री व पीडब्ल्यूडी मंत्री मनीष सिसोदिया ने इन तैयारियों का निरीक्षण करने के लिए आईपी.एस्टेट रिंग रोड, WHO बिल्डिंग के सामने होने वाले जलजमाव स्थल का दौरा किया और पीडब्ल्यूडी अधिकारियों से जलजमाव को रोकने के लिए की गई तैयारियों का जायजा लिया| 

पीडब्ल्यूडी द्वारा जलजमाव से निपटने के लिए गई, तैयारियों और शुक्रवार को बारिश के बाद की स्थिति का निरीक्षण करते हुए,  सिसोदिया ने कहा, “पिछले साल ये स्थान जलभराव के एक नए हॉटस्पॉट के रूप में उभरा था और जलजमाव के कारण यहां लोगों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ा थी| लेकिन इस बार मानसून से पहले ही संज्ञान लेते हुए यहां, जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए लोक निर्माण विभाग द्वारा कुछ महत्वपूर्ण कदम उठाए गए हैं। हमारे इंजिनियरों ने पूरी व्यवस्था कर ली है कि इस बार इस इलाकें में कही भी जलजमाव की समस्या नहीं होगी| 

उन्होंने बताया कि, इस बार यहां जलजमाव न हो इसको लेकर पीडब्ल्यूडी द्वारा यहां सड़क को ऊँचा किया है और जल निकासी के लिए आईपीजीसीएल के प्लांट के साथ एक स्टॉर्म वाटर ड्रेन का निर्माण किया गया है|  साथ ही यहां 1.5 लाख लीटर क्षमता का पंप भी बनाया गया है| बरसात के दौरान किसी भी तरह की समस्या का सामना न करना पड़े इसके लिए यहां 9 पंप भी तैनात किए गए है| भारी बारिश में भी इस सड़क से लाखों लीटर पानी तुरंत हटाया जा सकता है| 

ज्ञात हो कि पिछले साल दिल्ली में मानसून के दौरान असामान्य बरसात हुई थी| अमूमन दिल्ली में मानसून के दौरान प्रति दिन अधिकतम 25-30 मिमी बारिश होती है, लेकिन पिछले साल शहर में 110 मिमी बारिश दर्ज की गई थी, जिसके कारण दिल्ली को कई स्थानों पर जलजमाव की गंभीर समस्या का सामना करना पड़ा था। इसका संज्ञान लेते हुए दिल्ली सरकार ने इस साल युद्धस्तर पर काम करते हुए, गंभीर जलजमाव वाले 7 क्षेत्रों को चिन्हित कर वहां पहले से ही जलजमाव की समस्या से निपटने के लिए तैयारियां शुरू कर दी थी| हर जलजमाव वाले स्थान की जरुरत के अनुसार वह लाखों लीटर क्षमता वाले पंप का निर्माण, पंप की तैनाती, स्टॉर्म वाटर ड्रेन, अलर्ट अलार्म सिस्टम, सीसीटीवी कैमरा आदि लगाए गए है| 

बता दे कि इस साल जलजमाव से निपटने के लिए पीडब्ल्यूडी ने एक सेंट्रल कण्ट्रोल रूम की भी स्थापना की है जहाँ से दिल्ली के 10 गंभीर जलजमाव वाले स्थानों की सीसीटीवी  कैमरा के माध्यम से 24 घंटे निगरानी की जाएगी |

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