विशेष (05/07/2022) 
भगवंत मान के मंत्रिमंडल में 5 नए चेहरों को स्थान
पंजाब में मुख्यमंत्री भगवंत मान के मंत्रिमंडल में आज 5 नए चेहरों को स्थान मिला है और इन पांचों नए बने मंत्रियों में किसी की पृष्ठभूमि कांग्रेस से जुड़ी रही है तो कोई पुलिस महकमे में सराहनीय भूमिका निभा चुका है परंतु इन सबकी किस्मत को आम आदमी पार्टी ने चार चांद लगा दिए हैं। कैसे है नए चेहरे इनके बारे कुछ जानने ककी कोशिश करते  :
आम आदमी पार्टी की टिकट पर दूसरी बार सुनाम हलके से विधायक निर्वाचित हुए अमन अरोड़ा की, किस्मत को इसी पार्टी ने बदला है। अन्यथा दो बार वह कांग्रेस की टिकट पर भी चुनाव लड़े परंतु उस समय वह चुनाव जीत नहीं पाए थे। 
अमन अरोड़ा ने 2016 में आम आदमी पार्टी का दामन थामा था और 2017 में कांग्रेस की लहर होने के बावजूद वह 30,000 मतों से जीत गए थे। कांग्रेस सरकार के समय विपक्ष में रहते हुए, अमन अरोड़ा ने जनता से जुड़े मसलों को उठाया।  उनके पिता स्व. भगवान दास अरोड़ा की गिनती कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं में हुआ करती थी और वह कांग्रेस सरकार में मंत्री भी रहे। 1992 तथा 1997 में उनके पिता ने विधानसभा चुनाव जीता था। परंतु सन् 2000 में उनके पिता के अचानक निधन के बाद राजनीति की बागडोर अमन अरोड़ा के हाथों में आ गई। अमन अरोड़ा ने 2007 और 2012 में कांग्रेस की टिकट पर चुनाव लड़ा था परंतु उन्हें जीत नसीब नहीं हुई थी। उसके बाद 2016 से ‘आप’ में शामिल होने के बाद उनका राजनीतिक सफर बुलंदियों की ओर चल पड़ा। 2017 में चुनाव जीता तथा इस बार भी उन्होंने भारी मतों के अंतर से चुनाव में जीत हासिल की।
 ‘आप’ बनने के बाद बुद्धिजीवी माने जाते डा. इंद्रवीर सिंह निज्झर को प्रोटेन स्पीकर बनाया गया और डा. निज्झर ने विधानसभा के सभी विधायकों को शपथ दिलवाई थी। डा. निज्झर के मंत्री बनने से अमृतसर दक्षिणी हलके को 25 वर्षों बाद प्रतिनिधित्व मिला है। इससे पहले इस हलके से मनजीत सिंह कलकत्ता कैबिनेट मंत्री रह चुके हैं। उनके बाद से किसी को भी अमृतसर दक्षिणी हलके से मंत्री पद नहीं मिला।  डा. निज्झर ‘आप’ के वरिष्ठ नेता मने जाते हैं। उन्होंने विधानसभा चुनावों में 53053 मत प्राप्त किए थे जबकि उनके प्रतिनिधि अकाली दल के एक उम्मीदवार 25550 तथा कांग्रेस के इंद्रबीर सिंह बुलारिया को 22467 मत प्राप्त हुए थे। 2017 में पहली बार विधानसभा चुनाव लडऩे वाले डा. निज्जर 24923 वोट लेकर दूसरे स्थान पर रहे थे।
मुख्यमंत्री मान ने सीमावर्ती क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करने की जिम्मेदारी नए कैबिनेट मंत्री फौजा सिंह को सौंपी है जिन्होंने विधानसभा चुनाव में अकाली दल के नौनी मान को पराजित किया था। फौजा सिंह गुरुहरसहाय विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते हैं। पंजाब पुलिस से रिटायर्ड इंस्पैक्टर फौजा सिंह सरारी राय सिख बिरादरी में अच्छी पकड़ रखते हैं।  पुलिस से सेवानिवृत्त होने के बाद वह ‘आप’ में शामिल हो गए थे। फौजा सिंह का जन्म 25 अप्रैल 1964 को गांव राणा पंजगराईं में हुआ था। वह 1984 में पंजाब पुलिस में भर्ती हुए थे तथा 2020 में वह सेवानिवृत्त होने के बाद अपने गांव रहने लगे। वहीं से उन्होंने राजनीति में कदम रखा और चुनाव लड़ते हुए अकाली दल व कांग्रेस के दिग्गज नेताओं को पराजित किया।  
पूर्व अकाली मंत्री सुरजीत सिंह रखड़ा को पराजित करने वाले ‘आप’ विधायक चेतन सिंह जौड़ा माजरा बहादुरी की एक मिसाल हैं। चेतन सिंह जौड़ा माजरा को मार्च 2019 में अज्ञात लोगों ने तरनतारन में उस समय गोली मारी थी जब वह एक लड़की का अपहरण करने वाले लोगों से भिड़ गए थे। उनकी गर्दन में गोली लगी थी तथा बाद में उन्हें अमृतसर में अस्पताल में भर्ती करवाया गया था। चेतन सिंह जौड़ा माजरा को ‘आप’ ने पटियाला देहाती की कमान सौंपी थी। 
10 दिसम्बर 2021 को उन्हें ‘आप’ की लीडरशिप ने समाना विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार बनाने का ऐलान किया था। उन्हें विधानसभा चुनाव में 74375 वोट मिले थे। उन्होंने सुरजीत सिंह रखड़ा को 39713 मतों के अंतर से पराजित किया था। 
भगवंत मान सरकार में शामिल की गई महिला कैबिनेट मंत्री सुश्री अनमोल गगन मान ने गायकी से राजनीति में प्रवेश किया था। वह खरड़ विधानसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करती हैं तथा खरड़ क्षेत्र में उनका अच्छा-खासा प्रभाव माना जाता है। उन्हें गगनदीप कौर मान के नाम से भी पुकारा जाता है। 26 फरवरी 1990 को मानसा में जन्मी अनमोल गगन मान ने राजनीति में प्रवेश करते ही अपना सिक्का जमाया। वह 2020 में आम आदमी पार्टी में शामिल हुई थी। उन्होंने ‘आप’ के लिए गीत भी गाया था। उन्होंने विधानसभा चुनाव में अकाली दल के रंजीत सिंह गिल को 37718 वोटों से पराजित किया था। गायकी के क्षेत्र में भी उन्होंने अपना सिक्का जमाया था।

पंजाब से अश्वनी ठाकुर की रिपोर्ट

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