विशेष (05/07/2022) 
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल ने केंद्र सरकार से, सिंगल यूज प्लास्टिक बैन को 1 साल टालने की मांग की
पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल लुधियाना यूनिट की ओर से एक प्रेस वार्ता माता रानी चौक में, राज्य महासचिव सुनील मेहरा,सचिव सुरिंदर अग्रवाल,उमेश सोनी की अध्यक्षता में की गई। प्रेस वार्ता में राज्य महासचिव सुनील मेहरा ने सिंगल यूज प्लास्टिक पर 1 जुलाई  से लग चुके  बैन को 1 साल तक टालने की मांग की, इसके लिए मंडल ने पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव को एक पत्र लिख केंद्र से इस संबंध में एक समिति बनाने का भी आग्रह किया है, जो सिंगल यूज प्लास्टिक का विकल्प ढूंढने का प्रयास करें। विकल्प मिलने के बाद देश में सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल बंद हो सकेगा। इसमें कोई संदेह नहीं है कि पर्यावरण प्रदूषण को कम करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जाने चाहिए. हालांकि, किसी भी वस्तु पर प्रतिबंध से पहले उसका विकल्प ढूंढना भी बेहद जरूरी है, सचिव सुरिंदर अग्रवाल ने कहा कि, सिंगल यूज प्लास्टिक निर्माण इंडस्ट्री वार्षिक आधार पर 60,000 करोड़ रुपये की है और इससे लाखों लोगों को रोजगार मिलता है, सिंगल यूज प्लास्टिक केवल निजी नहीं बल्कि सरकारी संस्थानों में भी बड़े स्तर पर इस्तेमाल होता है,  बगैर किसी विकल्प के इसे बंद कर देने से खुदरा व्यापार क्षेत्र में भारी नुकसान होगा।उन्होंने कहा कि, इस प्रतिबंध का सीधा असर व्यापारियों पर होगा।क्योंकि, सिंगल यूज प्लास्टिक का अधिकांश हिस्सा बड़ी मैन्युफैक्चरिंग पर पैकेजिंग इकाइयों में अपने प्रोडक्ट को पैक करने के लिए इस्तेमाल होता है, इसलिए सिंगल यूज प्लास्टिक का इस्तेमाल तब तक होता रहेगा, जब तक बड़े स्तर पर यह नहीं बंद होगा। गौरतलब है कि इस तरह के बैन से सारा दबाव छोटे व्यापारियों पर आ जाएगा, जो अपने ग्राहकों को पॉलीबैग नहीं दे पाएंगे, इससे उनके कारोबार पर असर पड़ सकता है।उमेश सोनी ने कहा कि, सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 88,000 इकाइयां सिंगल यूज प्लास्टिक के निर्माण में लगी हैं, इनमें करीब 10 लाख लोग कार्यरत हैं.वही   एक झटके में ये इकाइयां बंद हो जाएंगी और इनके कर्मचारी पर सीधी गाज गिरेगी, इसके अलावा यह इकाइयां करीब 25,000 करोड़ का माल एक्सपोर्ट करती हैं,  इस बैन से राजस्व वाले पहलू पर भी तगड़ी चोट लगेगी |

पंजाब से राजकुमार शर्मा की रिपोर्ट

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