विशेष (05/08/2022) 
स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (एसआईएसएफएस) के तहत 30 जुलाई 2022 तक 102 इनक्यूबेटरों को 375.25 करोड़ रुपये स्वीकृत
SISFS के तहत 378 स्टार्टअप्स को 81.45 करोड़ स्वीकृत, 2 इन्क्यूबेटरों को 5 करोड़ स्वीकृत, सिक्किम और असम से एक-एक

 SISFS के तहत पूर्वोत्तर राज्यों के 9 स्टार्टअप को 1.15 करोड़ मंजूर  हुए, 
30 जुलाई 2022 तक, रुपये के कोष में से। 945 करोड़ रु. स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम (SISFS) के तहत 102 इन्क्यूबेटरों को 375.25 करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। साथ ही, 378 डीपीआईआईटी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप को कुल रु. योजनान्तर्गत स्वीकृत इन्क्यूबेटरों द्वारा 81.45 करोड़ रु. स्वीकृत हुए, 
विशेष रूप से, उत्तर पूर्वी राज्यों (अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम और त्रिपुरा) से, 30 जुलाई 2022 तक, दो इन्क्यूबेटरों (सिक्किम और असम से एक-एक) को कुल राशि स्वीकृत की गई है। रु. योजना के तहत 5 करोड़ साथ ही, उत्तर पूर्वी राज्यों के 9 डीपीआईआईटी मान्यता प्राप्त स्टार्टअप को कुल रु. योजना के तहत स्वीकृत इन्क्यूबेटरों द्वारा 1.15 करोड़।

स्टार्टअप इंडिया सीड फंड स्कीम ( SISFS ) सरकार द्वारा 1 अप्रैल 2021 से लागू की जा रही है । यह उद्योग और आंतरिक व्यापार को बढ़ावा देने के लिए पात्र विभाग (DPIIT) द्वारा मान्यता प्राप्त स्टार्टअप्स को अवधारणा, प्रोटोटाइप विकास, के प्रमाण के लिए वित्तीय सहायता प्रदान करती है। उत्पाद परीक्षण, बाजार में प्रवेश और व्यावसायीकरण। यह स्टार्टअप को उस स्तर तक आगे बढ़ने में सक्षम बनाता है जहां वे एंजेल निवेशकों या उद्यम पूंजीपतियों से निवेश जुटाने में सक्षम होंगे, या वाणिज्यिक बैंकों या वित्तीय संस्थानों से ऋण प्राप्त करने में सक्षम होंगे। SISFS को पूरे भारत में योग्य इन्क्यूबेटरों के माध्यम से पात्र स्टार्टअप्स को वितरित किया जाता है।

यह जानकारी वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री सोम प्रकाश ने आज राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखित उत्तर में दी।

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