विशेष (07/08/2022) 
डीएसएलएसए ने “स्पर्श की देखभाल एवं कोमल हृदय की रक्षा परियोजना के सफल आयोजन से की मिसाल कायम
दिल्ली राज्य  विधिक सेवाएँ प्राधिकरण की ओर से दिल्ली नगर निगम के शिक्षा विभाग एवं शिक्षा निदेशालय दिल्ली सरकार के साथ मिलकर 23 जुलाई , 2022 को “स्पर्श की की देखभाल एवं कोमल हृदय की रक्षा   परियोजना का उद्घाटन  भरत पाराशर, अतिरिक्त जिला एवं सत्र न्यायाधीश /सदस्य सचिव दिल्ली राज्य विधिक सेवायें प्राधिकरण   द्वारा एमसीडी प्राइमरी स्कूल, आर.के. पुरम, नई दिल्ली में किया गया  स्कूल में कानूनी सहायता स्थापित की गई थी और विचार को पूरक और प्रोत्साहित करने के लिए एकल उपयोग प्लास्टिक सामग्री, सूचना पुस्तिकाओं वाले जूट बैग के उपयोग की दिशा में  जागरूक किया गया समारोह  के बाद विशेष रूप से प्रशिक्षित लोगों द्वारा गुड टच और बैड टच पर एक सत्र का आयोजन किया गया प्रारंभिक परियोजना एमसीडी के 75 स्कूलों और के शिक्षा निदेशालय के 75 स्कूलों में शुरू की गई थी , जहां सदस्य सचिव, डीएसएलएसए; विशेष सचिव,डीएसएलएसए, अपर सचिव, डीएसएलएसए, सचिव डीएलएसए और विशेष रूप से प्रशिक्षित कानूनी सहायता काउंसल ने व्यक्तिगत रूप से स्कूलों में सत्र लिया और बच्चों के साथ बातचीत की। परियोजना की कड़ी मेडीएसएलएसए ने 110 कानूनी सहायता परामर्शदाताओं की एक टास्क फोर्स का भी गठन किया  इस संबंध में स्कूली बच्चों को विशेष प्रशिक्षण दिया जा रहा है।   प्रोजेक्ट “स्पर्श की की देखभाल एवं कोमल हृदय की रक्षा  का भव्य समापन समारोह का उद्घाटन न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा मुख्य न्यायाधीश  दिल्ली उच्च न्यायालय/संरक्षक-इन-चीफ, डीएसएलएसए  ने केदार नाथ साहनी सभागार दिल्ली नगर निगम सिविक सेंटर किया  समारोह के विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति सिद्धार्थ मृदुल, न्यायाधीश, दिल्ली उच्च न्यायालय/कार्यकारी अध्यक्ष, डीएसएलएसए नेदिल्ली उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों के साथ अपनी उपस्तिथि देकर सबके लिए न्याय के प्रति अपनी कटिबद्धता का परिचय दिया कार्यक्रम में दिल्ली नगर निगम के 500 छात्रों एवं शिक्षा निदेशालय के 200 छात्रों ने बड़े उत्साह से अपने शिक्षकों के साथ भाग लिया जिन्हे स्कूल बैग एवं जूट बैग भी दिए गए  समारोह में सम्बोधित करते हुए  न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा मुख्य न्यायाधीश ने  कहा कि यदि बच्चे हमारे आंगन के फूल है तो हम सब इनके माली है उन्होंने कहा कि बच्चों को अच्छा एवं स्वस्थ बचपन मिल सके , यह हम सब कि नैतिक जिम्मेवारी है न्यायमूर्ति सतीश चंद्र शर्मा मुख्य न्यायाधीश ने दिल्ली विधिक सेवायें प्राधिकरण के सूचना बोर्ड का भी उद्घाटन किया, जिसपर विधिक सेवायें प्राधिकरण कि कानूनी सहायता एवं अन्य विविध जानकारिओं का उल्लेख था उन्होंने दिल्ली विधिक सेवायें प्राधिकरण के रचनात्मक प्रयासों की भी मुक्त कंठ से प्रशंशा की और दिल्ली प्राधिकरण के कुशल नेतृत्व में कार्य करने वाले  सभी जिला प्राधिकरण के सदस्यों एवं अन्य टीम सदस्यों को प्रोजेक्ट की सफलता के लिए बधाई दी  समारोह में स्वागत भाषण में भरत पराशर ने दिल्ली विधिक सेवायें प्राधिकरण के इस प्रोजेक्ट की जानकारी पर विस्तृत प्रकाश डाला निदेशक शिक्षा निदेशालय दिल्ली सरकार हिमांशु गुप्ता ने दिल्ली विधिक सेवायें प्राधिकरण के इस जागरूकता अभियान को बच्चों एवं शिक्षकों के लिए अति उपयोगी बताते हुए इसे दिल्ली सरकार के हर छात्र तक पहुंचाने का विश्वास दिलाया  ज्ञानेश भारती आयुक्त दिल्ली नगर निगम एवं अश्वनी कुमार विशेष अधिकारी दिल्ली नगर निगम ने भी प्राधिकरण के अभियान में पूर्ण सहयोग देने का विश्वास दिलाया और बदलते परिवेश में ऐसे जागरूकता अभियान को समय की आवश्यकता भी कहा  स्कूली बच्चों ने देशभक्ति के समूह नृत्यों से पूरे वातावरण को रोमांचित किया तो तालिओं से पूरा सभागार गूंज उठा अंत में सुशांत चंगोतरा विशेष सचिव दिल्ली राज्य  विधिक सेवायें प्राधिकरण ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया और राष्ट्रीय गान के साथ कार्यक्रम का विधिवत समापन हुआ 
ब्यूरो चीफ विजय गौड़ के साथ दिलीप शर्मा की रिपोर्ट

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