विशेष (10/08/2022) 
पत्रकारों एवं राजनीतिज्ञों हेतु तनाव प्रबंधन कार्यशाला आयोजित हुई।
नई दिल्ली 09 अगस्त : आजादी के अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में, माँ तुझे सलाम थीम को लेकर पत्रकारों एवं राजनेताओं हेतु मेडिटेशन द्वारा तनाव मुक्ति विषय पर एक प्रेरक कार्यशाला  स्थानीय एनडीएमसी कन्वेंशन सेंटर, नई दिल्ली में आज संपन्न हुआ। यह आयोजन प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय एवं इंडियन मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। 
मुख्य अतिथि के रूप में कार्यशाला को संबोधित करते हुए उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने कहा कि ब्रह्माकुमारीज जो संस्कार देती है वो निश्चित रूप से हमारे जीवन के लिए फलदायक है। आध्यात्मिकता के आधार पर ही विश्व को हमने नैतिक मापदंड अपनाने की प्रेरणा दी है। भारत के दर्शन एवं आध्यात्मिकता को देश विदेश में फ़ैलाने का श्रेय विश्व व्यापी ब्रह्माकुमारी संस्था को जाता है। 
उन्होंने कहा कि स्वालंबी बन राष्ट्र के हित में कार्य करना ही सच्ची राजनीति है। राजनीति का अर्थ है समर्पित और निस्वार्थ भाव से जन सेवा करना अथवा राज्य कारोबार चलाना। राजनीति का यह भी अर्थ है नीति, धर्मं का पालन करते हुए राज्य चलाना, उन्होंने आगे कहा ।
आईआईएमसी, भारतीय जन संचार संस्थान के महानिदेशक प्रोफेसर संजय द्विवेदी ने कहा कि अध्यात्म से मोटिवेशन की शक्ति बढ़ जाती है एवं अपने मन के लिए समय निकालने और राजयोग से एक आदर्श और सुंदर दुनिया बनाई जा सकती है । अपने जीवन में अध्यात्म और प्रकृति को साथी बनाये तो जीवन में तनाव नहीं होगा ।
उन्होंने कहा कि भारतीय संस्कृति में आध्यात्मिता और भौतिकता में द्वन्द नही है बल्कि सामंजस्य है यह बात देवी देवताओ की मूर्तियों को देखने से स्पष्ट होती है । सुख शांति और वैभव तीनो के लिए आधय्त्मिकता और भौतिकता का संतुलन आवश्यक है ।
ब्रह्माकुमारी संस्था की तनाव प्रबंधन विशेषज्ञ राजयोगिनी बी के आशा ने कहा कि अपने जीवन में दृढ़ता एवं स्वमान को बढ़ाकर मूल्यो, सत्यता, प्रेम, शांति के बल से तनाव को सदा के लिए दूर कर सकते है। उन्होंने कहा कि राजयोग मैडिटेशन के द्वारा जीवन में मानवीय मूल्यों और साइलेंस की शक्ति को धारण करके, आज के मीडियाकर्मी एवं राजनीति के लोग स्वत प्रेरित, सर्जनशील एवं तनावरहित रह सकते है ।
उन्होंने तनाव को दूर करने के लिए तीन युक्तियां बताई जिनका सार था भौतिकवादी मानसिकता को परिवर्तन कर आध्यात्मिकता को जीवन में अपनाना। दूसरा, देने की भावना हो अर्थात हमारा कर्म दुआएं कमाने वाले हो साथ ही तीसरी बात कही कि कार्य को सेवा समझ कर, नाम मान शान के लिए नहीं दुआएं कमाने के लिए करे। 
न्यूज़ 24 की एडिटर इन चीफ श्रीमति अनुराधा प्रसाद ने कहा कि आज के पत्रकार दो धारी तलवार पर चल रहे है। इसलिए ब्रह्माकुमारी संस्था द्वारा सिखाये जा रहे राजयोग मैडिटेशन का नियमित अभ्यास की जरुरत है जिससे हम पत्रकार अपने  व्यक्तिगत और व्यवसायिक जीवन के तनाव को कम कर सकते है। 
वरिष्ठ पत्रकार डॉ0 वेद प्रताप वैदिक ने कहा कि निष्पक्षता, निस्वार्थ, न्यायपूर्ण पत्रकारिता से  पत्रकार तनावमुक्त रह सकते है। राजनेताओं को तनावमुक्त होने के लिए वोट और नोट से ऊपर उठकर जन कल्याण के अर्थ कार्य करना होगा।
इस अवसर पर इंडियन मीडिया वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजीव निशाना ने कहा कि राजनेता और पत्रकार दोनों को प्रतिदिन नए विचार चाहिए होते है और दोनों जनहित के प्रति जिम्मेदार होते है इसलिए उन्हें तनाव हो जाता है, ब्रह्माकुमारीज द्वारा दिया जा रहा ज्ञान हमें तनाव से दूर करने में मदद करता है इसलिए इस कार्यशाला का आयोजन किया गया है ।
आशीर्वचन देते हुए ब्रह्माकुमारी संस्था के दिल्ली और हरयाणा में स्थित अनेक राजयोग सेवाकेन्द्रों की निर्देशिका राजयोगिनी बी के शुक्ला ने कहा कि तनावमुक्त रहने के लिए सभी को अपने जीवन में राजयोग मैडिटेशन को शामिल करना होगा। उन्होंने अंत में उपस्थित पत्रकारों एवं राजनेताओं को राजयोग का अभ्यास कराकर गहरी शांति व शक्ति की अनुभूति करायी । 
देशभक्ति पर रंगारंग सांस्कृतिक कार्यक्रम स्कूल के बच्चों के द्वारा प्रस्तुत किया गया । वन्देमातरम व माँ तुझे सलाम पंक्तियों पर आधारित देशभक्ति नृत्य गीत संगीत के द्वारा ३०० से अधिक उपस्थित दर्शकों का स्वस्थ मनोरंजन किया गया। मंच पर उपस्थित दिल्ली पुलिस के विशेष आयुक्त दीपेन्द्र पाठक, आई पी एस ने कार्यक्रम का भरपूर आनंद लिया । 
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