विशेष (26/08/2022) 
विधानसभा सत्र को अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा के लिए इस्तेमाल किया जाना, शर्मनाक : आदेश गुप्ता
नई दिल्ली: प्रदेश भाजपा अध्यक्ष  आदेश गुप्ता ने केजरीवाल पर दिल्लीवासियों को गुमराह करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि, विधानसभा सत्र का सबको इंतजार था कि शायद पिछले 10 दिनों से केजरीवाल और उनकी सरकार पर आबकारी नीति पर जो आरोप लगाए जा रहे हैं, उसपर चर्चा कर भाजपा और जनता के सवालों का उत्तर देंगे लेकिन एक बार फिर से केजरीवाल ने विधानसभा सत्र को अपनी राजनीतिक महत्वकांक्षा के लिए इस्तेमाल किया जो बेहद ही शर्मनाक है।

आदेश गुप्ता ने आज पूर्व प्रदेश अध्यक्ष एवं सांसद  मनोज तिवारी के साथ एक संयुक्त प्रेसवार्ता में विधानसभा सत्र को प्रोपगेंडा सेशन बताते हुए कहा कि, केजरीवाल को डर लगने लगा है इसलिए अब वे बेवजह विधानसभा सत्र बुलाने लगे हैं। यह चौथा ऐसा विधानसभा का सत्र केजरीवाल ने बुलाया जिसमें उन्होंने सिर्फ अपनी राजनीति को चमकाने के अलावा कोई बात नहीं की। उन्होंने आम आदमी पार्टी को प्रेस कॉन्फ्रेंस पार्टी बताते हुए कहा कि विधानसभा सत्र में दिए केजरीवाल के भाषण को लोग बड़ी उम्मीद के साथ सुन रहे थे कि शायद उसमें शराब माफियाओं को फायदा पहुंचाने के लिए बढ़ाए गए कमीशन, रिहायशी इलाकों में शराब ठेके क्यों खोले गए, ब्लैक लिस्टेड कंपनियों को टेंडर क्यों दिए गए, इन सभी सवालों पर जवाब का लोग इंतजार कर रहे थे लेकिन उसका जवाब नहीं आया। प्रेसवार्ता में प्रदेश भाजपा मीडिया सह-प्रमुख श्री हरिहर रघुवंशी और प्रदेश प्रवक्ता  शुभेन्द्रू शेखर अवस्थी भी उपस्थित थे।

आदेश गुप्ता ने कहा कि, आबकारी नीति में हुए भ्रष्टाचार की खुली पोल के बाद केजरीवाल को दिल्लीवालों के प्रति विश्वास खत्म होने का डर सताने लगा है। कभी पानी की समस्या, परिवहन व्यवस्था, प्रदूषण व्यवस्था, छठ पूजा पर रोक, सड़कों की बदहाली इत्यादी जैसे मुद्दों पर कभी सत्र न बुलाने वाले केजरीवाल एक प्रोपगेंडा मुख्यमंत्री हैं जो शराब नीति पर जवाब देने की बजाय मुद्दे को भटकाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे दिल्ली समझ चुकी है। उन्होंने कहा कि अगर भ्रष्टाचार का आरोप झूठा है तो उन सवालों का जवाब देने में केजरीवाल क्यों परहेज कर रहे हैं। आबकारी नीति पर जवाब न देना पड़े, उसके लिए विदेशी अखबारों, शिक्षा इत्यादी की बातें करने लगते हैं। आबकारी नीति के तहत दिल्ली के टेक्स पेयर्स के पैसों को लूटने का काम केजरीवाल ने किया है उसका जवाब देना होगा और वे अपनी जिम्मेदारियों से भाग नहीं सकते हैं।

मनोज तिवारी ने कहा कि, आज आबकारी नीति में हुए भ्रष्टाचार के कारण केजरीवाल और मनीष सिसोदिया के पुतले खुद महिलाएं, युवा और समाजिक संगठनों द्वारा गली-गली में जलाए जा रहे हैं। स्वराज की बात करने वाले आज शराब राज चला रहे हैं। इसलिए मुद्दे को भटकाने के लिए तरह-तरह की बातें कर रहे हैं क्योंकि केजरीवाल मुद्दों को भटकाने में मास्टर हैं। उन्होंने विधानसभा सत्र बुलाए जाने पर तंज कसते हुए कहा कि सबको उम्मीद थी कि शायद विधानसभा में ’दूध का दूध और शराब का शराब होना था’, लेकिन विधानसभा में शराब का ’श’ तक नहीं आया।
 मनोज तिवारी ने कहा  की, भाजपा द्वारा अलग-अलग राशि बताकर घोटाले की जो बात की जा रही है, वे सब इसी आबकारी नीति के अंतर्गत हुए विभिन्न घोटाले हैं। उन्होंने उन सभी राशि पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा कि 144.36 करोड़ रुपये लाइसेंस शुल्क के तौर पर माफ किया गया है। 30 करोड़ रुपये लाइसेंस शुल्क का ही हिस्सा है जो एयरपोर्ट से संबंधित है। इसके अलावा 2 फीसदी से 12 फीसदी बढ़ाए गए कमीशन में राशि भी है जिसको केजरीवाल सरकार शराब माफियाओं के साथ बांटने का काम कर चुकी है। दिल्ली के खजाने को लूटने का काम केजरीवाल और सिसोदिया ने किया जो बेहद शर्मनाक है। केजरीवाल के भाषण पुरानी घिसी पीटी स्क्रिप्ट बताते हुए कहा कि शराब के कट्टर महात्मा गांधी के समाधि के सामने जाकर शराब में हुए भ्रष्टाचार के लिए गुहार लगाने और उसे सही बताने की बात केजरीवाल करते रहे हैं।

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