विशेष (01/09/2022) 
लोगों को सस्ती दरों पर, जेनरिक और मानक दवाएं
रीजों को सस्ती दरों पर जेनेरिक और मानक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए बुधवार को हुई रोगी कल्याण समिति की बैठक में जालंधर के सिविल अस्पताल में जन औषधि स्टोर खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई, 
स्थानीय जिला प्रशासनिक परिसर में रोगी कल्याण समिति की बैठक के दौरान मौजूद जालंधर के केंद्रीय विधायक रमन अरोड़ा ने सिविल अस्पताल में जन औषधि स्टोर खोलने के निर्णय की प्रशंसा करते हुए कहा कि इस पहल से लोग मजबूर नहीं होंगे. महंगी दवाएं खरीदें। सस्ती दरों पर जेनेरिक और मानक दवाएं मिलने से शहरवासियों को बड़ी राहत मिलेगी। समिति को सहयोग का आश्वासन देते हुए विधायक ने कहा कि, सिविल अस्पताल में जन औषधि स्टोर खोलने में हर संभव मदद की जाएगी ताकि लोगों को यह सुविधा जल्द से जल्द उपलब्ध हो सके, उपायुक्त जसप्रीत सिंह ने कहा कि अस्पताल में भर्ती मरीजों के कल्याण के लिए रोगी कल्याण समिति का गठन किया गया है, जिसके तहत मिलने वाली राशि को केवल जरूरतमंद मरीजों के कल्याण के लिए ही खर्च किया जाए. बैठक के दौरान लोगों, खासकर मरीजों की सुविधा के लिए अस्पताल के पार्क और प्रवेश द्वार को सुंदर बनाने के साथ ही साइनेज लगाने का निर्णय लिया गया,इसके अलावा चाचा-बच्चा स्वास्थ्य केंद्र सिविल अस्पताल में आने वाले लोगों के बैठने की व्यवस्था को और बढ़ाने को भी मंजूरी दी गई, बैठक के दौरान सिविल सर्जन डॉ. रमन शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि, अभिभावक-बाल स्वास्थ्य केंद्र में लगे सीसीटीवी। कैमरे लगाने का काम चल रहा है, जिसे जल्द ही पूरा कर लिया जाएगा। इस अवसर पर अपर उपायुक्त (जे) मेजर अमित सरीन, उप चिकित्सा आयुक्त डॉ. ज्योति शर्मा, चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राजीव शर्मा सहित समिति के अन्य सदस्य उपस्थित थे।
नशामुक्ति केंद्रों व पुनर्वास केंद्रों के प्रदर्शन की भी हुई समीक्षा जिला नशामुक्ति एवं पुनर्वास समिति के शासी निकाय की बैठक के दौरान विधायक रमन अरोड़ा व उपायुक्त जसप्रीत सिंह ने नशामुक्ति केंद्रों, पुनर्वास केंद्रों के प्रदर्शन की समीक्षा की लेंडे ने कहा कि नशा करने वालों के जीवन में बदलाव लाने में ये केंद्र बेहद मददगार साबित हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन केंद्रों के माध्यम से उपलब्ध कराए जा रहे इलाज से प्रभावितों को नशा मुक्ति में मदद मिल रही है.
 इस बीच, सिविल सर्जन ने कहा कि जिले में 26 नए आउट पेशेंट ओपियोइड असिस्टेड ट्रीटमेंट (ओटी) केंद्र स्थापित किए गए हैं, जबकि 11 केंद्र पहले से चल रहे हैं. 16820 नशा करने वालों को ओटी सेंटरों में पंजीकृत कर नि:शुल्क उपचार की सुविधा प्रदान की जा रही है। इसके अलावा सिविल अस्पताल जालंधर में 50 बिस्तरों वाला नशामुक्ति केंद्र और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नूरमहल में 10 बिस्तरों वाला नशामुक्ति केंद्र और गांव शेख में पुनर्वास केंद्र भी नशामुक्ति केंद्र चला रहा है. इस बीच उपायुक्त ने पुनर्वास केंद्र में सुरक्षा गार्ड और वार्ड अटेंडेंट की मांग पर भी सहमति जताई |

पंजाब से अश्वनी ठाकुर की रिपोर्ट

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