राष्ट्रीय (20/07/2014) 
हरियाणा ने केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह से गृह मंत्रालय का पत्र वापस लेने की मांग की
  हरियाणा के संसदीय कार्य मंत्री श्री रणदीप सिंह सुरजेवाला ने हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधन विधेयक  को राज्यपाल द्वारा दी गई मंजूरी वापस लेने के लिए केंद्रीय गृह  मंत्रालय द्वारा लिखे गए पत्र को अनुचित बताते हुए  केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह से यह पत्र वापस लेने की आज मांग की।
    श्री सुरजेवाला ने पंजाब के मुख्यमंत्री श्री प्रकाश सिंह बादल पर भी हरियाणा के मामले में हस्तक्षेप करने का आरोप लगाया है और केंद्र से उन्हें इस बारे में उचित निर्देश देने का अनुरोध किया है।
    केंद्रीय गृह मंत्री श्री राजनाथ सिंह को लिखे गए पत्र में श्री रणदीप सुरजेवाला ने कहा है कि गृह मंत्रालय का 18 जुलाई का लिखा पत्र देश के संघीय ढांचे तथा संसदीय लोकतंत्र के खिलाफ है। यह कानून बनाने के हरियाणा के विधायकों के अधिकार तथा वहां के लोगों का भी अपमान है।
    उन्होंने कहा कि हरियाणा के गुरूद्वारों के प्रबंधन के लिए कानून बनाना पूरी तरह राज्य विधान सभा के अधिकार क्षेत्र में है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के गुरूद्वारों का प्रबंधन भी शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी, एसजीपीसी, अमृतसर के तहत नहीं है और इसके लिए संसद ने 1971 में दिल्ली सिख गुरूद्वारा कानून बनाया था। उन्होंने कहा कि इसी तरह तख्त श्रीहजूर साहिब नांदेड़ और तख्त श्रीपटना साहिब भी एसजीपीसी अमृतसर के तहत नहीं है।
    श्री सुरजेवाला ने कहा  कि पंजाब के मुख्यमंत्री श्री प्रकाश सिंह बादल तथा उनकी पार्टी शिरोमणि अकाली दल इस मुद्दे पर अवांछित रूप से दबाव बना रहे हैं और राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही चिंतातजनक बात है कि श्री बादल अपने मंत्रियों, सांसदों तथा विधायकों को हरियाणा के गुरूद्वारों में जाकर हरियाणा सिख गुरूद्वारा प्रबंधन कमेटी को उन पर नियंत्रण लेने से रोकने को कह रहे हैं।
श्री सुरजेवाला ने सवाल उठाया कि क्या केंद्र सरकार एक राज्य को दूसरे राज्य की सीमा में जान बूझकर कानून व्यवस्था की स्थिति खराब करने के प्रति मूक दर्शक बनी रह सकती है। उन्होंने गृह मंत्री से गृह मंत्रालय द्वारा 18 जुलाई को लिखा पत्र वापस लेने और पंजाब सरकार को हरियाणा के मामलों में हस्तक्षेप न करने के लिए उचित निर्देश देने का अनुरोध किया है।
                     
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