
दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के गोविंदपुरी इलाके में एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक निर्माण साइट कॉन्ट्रैक्टर ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर सोने की चोरी को छिपाने के लिए झूठे अपहरण और लूट की कहानी रच डाली।
शिकायतकर्ता मंटू मंडल ने पुलिस को सूचना दी थी कि खुद को पुलिसकर्मी बताकर दो बाइक सवारों ने उसके घर से सोना लूटा और उसका अपहरण कर लिया। लेकिन जब पुलिस ने मामले की जांच शुरू की तो हकीकत कुछ और ही निकली। जांच में पता चला कि मंटू ने एक पुरानी अलमारी बेच दी थी, जिसमें गलती से रखे गए सोने के जेवर मिले। इन जेवरों को हथियाने के लिए उसने अपने दोस्त राजू के साथ मिलकर पूरी साजिश रची।
राजू ने दो बाइक सवारों की मदद से मंटू के घर से सोना निकलवाया और झूठी रिपोर्ट दर्ज कराने में मदद की। पुलिस ने सीसीटीवी और तकनीकी निगरानी के जरिए साजिश का पर्दाफाश कर दिया और चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
पुलिस ने आरोपियों के पास से करीब 60 ग्राम सोना, 20 ग्राम चांदी, एक अपाचे बाइक, अपराध के वक्त पहने गए कपड़े और वह अलमारी बरामद की है। फिलहाल आगे की पूछताछ और जांच जारी है।