
दिल्ली के सदर बाजार इलाके में देर रात एक मानसिक रूप से अस्वस्थ बच्चा रास्ते में भटकता हुआ मिला, जो अपना नाम और घर तक याद नहीं कर पा रहा था। यह नज़ारा देख कर स्थानीय निवासी विजय कुमार ने तुरंत सदर बाजार थाने पहुंचकर बच्चे को पुलिस के हवाले किया।
पुलिस ने संवेदनशीलता दिखाते हुए ‘ऑपरेशन मिलाप’ के तहत तुरंत एक टीम गठित की और बच्चे की देखभाल करते हुए उसके परिजनों की तलाश शुरू कर दी। न केवल सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीरें साझा की गईं, बल्कि इलाके की मस्जिदों और पुलिस बूथों से मुनादी भी करवाई गई। पुलिस की मुस्तैदी और मानवीय प्रयासों का नतीजा ये रहा कि कुछ ही घंटों में बच्चे का मामा, मोहम्मद हाशिम, जो खुद उसे ढूंढ़ते हुए थाने की ओर आ रहे थे, पुलिस टीम से मिले और बच्चे को पहचान लिया।
बिहार के मोतिहारी जिले से इलाज के लिए दिल्ली लाया गया यह बच्चा सही-सलामत अपने परिजनों से मिल गया। दिल्ली पुलिस के इस संवेदनशील और तेज़ एक्शन की हर तरफ सराहना हो रही है। ‘ऑपरेशन मिलाप’ ने एक बार फिर साबित कर दिया कि वर्दी के पीछे भी एक इंसान होता है – भावनाओं से भरा हुआ।