दिल्ली पुलिस की एंटी-बर्गलरी सेल, द्वारका ने दो मोबाइल रिसीवर्स, अजय कुमार और बिजेंद्र को गिरफ्तार कर 20 चोरी के मोबाइल फोन और एक एक्टिवा स्कूटी बरामद की है। यह स्कूटी और मोबाइल फोन विभिन्न थानों के क्षेत्रों से चोरी किए गए थे। अजय कुमार पहले से ही सात मामलों में शामिल रहा है, जबकि बिजेंद्र पहली बार अपराध में पकड़ा गया है।
द्वारका जिले के डीसीपी के निर्देश पर एंटी-बर्गलरी सेल की एक टीम गठित की गई थी, जिसका नेतृत्व इंस्पेक्टर विवेक मैनडोला कर रहे थे। इस टीम में एसआई विनोद, एचसी कृष्ण, एचसी अनिल, कांस्टेबल सुभाष, कांस्टेबल प्रवीण और कांस्टेबल राहुल शामिल थे। एसीपी राम अवतार के पर्यवेक्षण में टीम को चोरी हुए मोबाइल फोन की बरामदगी का काम सौंपा गया।
टीम ने खुफिया जानकारी जुटाने और संदिग्धों पर निगरानी रखने का काम शुरू किया। संदिग्धों की पहचान अजय कुमार और बिजेंद्र के रूप में की गई। इसके बाद, महावीर एन्क्लेव स्थित एमसीडी पार्क पर नजर रखी गई।
18 सितंबर 2024 की रात करीब 9:45 बजे, पुलिस टीम ने अजय और बिजेंद्र को एक काले रंग की एक्टिवा स्कूटी पर आते हुए देखा। जैसे ही पुलिस ने उन्हें रोका, दोनों ने भागने की कोशिश की, लेकिन सतर्क पुलिसकर्मियों ने उन्हें घेरकर पकड़ लिया। तलाशी के दौरान, अजय के पास से 12 मोबाइल और बिजेंद्र के पास से 8 मोबाइल फोन बरामद हुए।
जांच में पता चला कि बरामद 15 मोबाइल फोन द्वारका जिले के डाबरी, बिंदापुर, उत्तम नगर, नजफगढ़ और मोहन गार्डन इलाकों से चोरी किए गए थे। स्कूटी भी डाबरी इलाके से चोरी हुई थी। अभी पांच अन्य मोबाइल फोन की जांच की जा रही है।
पूछताछ में दोनों ने खुलासा किया कि वे पॉकेटमारों से सस्ते दामों में चोरी किए गए मोबाइल खरीदते थे और इन्हें बिहार और उत्तर प्रदेश में ऊंचे दामों पर बेचते थे। पिछले महीने में उन्होंने 50-60 मोबाइल फोन बिहार और यूपी में बेचे हैं
पुलिस ने इस मामले में 16 मामलों का खुलासा किया है और आगे की जांच जारी है।