रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (अठावले) दिल्ली प्रदेश की ओर से आज जन्तर-मन्तर पर दिल्ली सरकार के खिलाफ एक दिवसीय धरना प्रदर्शन का आयोजन किया गया। यह प्रदर्शन दिल्ली के दो करोड़ लोगों की बिजली, पानी, सीवर, स्वास्थ्य, सफाई, प्रदूषण, जलभराव, टूटी सड़कों जैसी समस्याओं के समाधान के लिए किया गया।
प्रदर्शन का नेतृत्व दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष फ़ख़रे आलम गुड्डू और कार्यकारी अध्यक्ष अनिल भाई ने किया। इस मौके पर पश्चिमी दिल्ली लोकसभा क्षेत्र से लोकसभा उम्मीदवार रहे दिल्ली प्रदेश के उपाध्यक्ष और शिक्षाविद डॉ. दयानंद वत्स ने प्रवक्ता के रूप में अपने विचार रखे। उत्तर भारत की अध्यक्ष मंजू छिब्बर, दिल्ली महिला प्रदेश अध्यक्ष श्रीमती प्रेमलता दुबे, उपाध्यक्ष हर्ष असदी, राजीव मेनन, राजीव लोचन, मुरारी लाल कर्दम सहित सैकड़ों पार्टी कार्यकर्ता और पदाधिकारी इस प्रदर्शन में शामिल हुए।
अपने संबोधन में डॉ. दयानंद वत्स ने कहा कि पिछले दस वर्षों से दिल्ली के दो करोड़ लोग बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण नारकीय जीवन जीने को मजबूर हैं। जलभराव और टूटी सड़कों के कारण लोगों को जान-माल का भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है। अस्पतालों में दवाइयां नहीं हैं और हर साल दिल्ली प्रदूषण के कारण गैस चैंबर में तब्दील हो रही है। पीने का पानी गंदा और बदबूदार है, सीवर ओवरफ्लो हो रहे हैं और गलियां खुदी पड़ी हैं। दिल्ली सरकार ने लोगों को मरने के लिए छोड़ दिया है। वृद्धावस्था पेंशन बंद कर दी गई है, नए राशन कार्ड नहीं बनाए जा रहे हैं और हज़ारों शिक्षक पद खाली पड़े हैं।
डॉ. वत्स ने कहा कि दिल्ली के नए मुख्यमंत्री को तुरंत प्रभाव से जनता को राहत प्रदान करनी चाहिए और कचरे से भरी दिल्ली को साफ करके इसे फिर से रहने लायक बनाना चाहिए। दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष फ़ख़रे आलम गुड्डू ने दिल्ली सरकार को चेतावनी दी कि वह राजधानी के लोगों के दर्द और पीड़ा को समझे और सभी एजेंसियों को सक्रिय करके तुरंत राहत प्रदान करे। दिल्ली के लोग मदद की गुहार लगा रहे हैं और रिपब्लिकन पार्टी ऑफ़ इंडिया (अठावले) दिल्ली प्रदेश, दो करोड़ लोगों की आवाज़ उठाती रहेगी।