अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर में रामलला विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा के प्रथम वर्ष का उत्सव भारतीय काल गणना के अनुसार 11 जनवरी 2025 को पौष शुक्ल द्वादशी पर “प्रतिष्ठा द्वादशी” के रूप में मनाया जाएगा। इस अवसर पर चार स्थानों पर तीन दिवसीय भव्य आयोजन होंगे।
मंदिर के यज्ञ मंडप में शुक्ल यजुर्वेद मध्यन्दनी शाखा के 40 अध्यायों के 1975 मंत्रों से अग्नि देव को आहुति दी जाएगी। वैदिक मंत्रोच्चार प्रातः 8 से 11 बजे और अपराह्न 2 से 5 बजे तक किया जाएगा। साथ ही श्रीराम मंत्र का छह लाख बार जाप और विभिन्न स्तोत्रों का पारायण भी होगा।
मंदिर के दक्षिणी प्रार्थना मंडप में प्रतिदिन अपराह्न 3 से 5 बजे तक भगवान को राग सेवा अर्पित की जाएगी। वहीं, मंदिर कोली में शाम 6 से 9 बजे तक रामलला के समक्ष भजन और बधाई गान होंगे।
यात्री सुविधा केंद्र के प्रथम तल पर संगीतमय मानस पाठ आयोजित होगा। अंगद टीला के मैदान पर प्रतिदिन अपराह्न 2 से 3:30 बजे तक राम कथा और 3:30 से 5 बजे तक मानस पर प्रवचन होंगे।
सांय 5:30 से 7:30 बजे तक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। 11 जनवरी को प्रातः से ही भगवान के भोजन प्रसाद का वितरण प्रारंभ होगा। अंगद टीला के कार्यक्रमों में सभी श्रद्धालु बिना किसी बाधा के शामिल हो सकते हैं।