प्रेस क्लब ऑफ इंडिया में प्रेस को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय परशुराम परिषद के संस्थापक पं. सुनील भराला , मंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार ने अपने संबोधन में कहा कि 13 जनवरी से 26 फरवरी तक प्रयागराज महाकुंभ मेला क्षेत्र के सेक्टर 3-9 स्थित बजरंग माधव मार्ग में राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा महाकुंभ परिसर में 2 लाख Ö3 वर्ग फीट में महाशिवरात्रि (पंडाल) का आयोजन किया जाएगा। शिविर में राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। कार्यक्रम में राष्ट्रीय कथा वाचक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम 45 दिनों तक अनवरत जारी रहेंगे मंदिरों एवं घरों में भगवान श्री परशुराम जी की स्थापना के लिए 1 लाख 8 हजार रुपए वितरित किए जाएंगे। राष्ट्रीय परशुराम परिषद का उद्देश्य है कि भगवान श्री परशुराम जी को अन्य देवताओं की तरह प्रत्येक सनातन हिंदू घर में स्थापित किया जाए। श्री भराला ने कहा कि राष्ट्रीय परशुराम परिषद के राष्ट्रीय अनुसंधान केंद्र द्वारा पिछले वर्ष के अथक प्रयासों और शोध के बाद भारत सरकार द्वारा घोषित कार्यक्रम में भगवान परशुराम जी की जन्मस्थली पर प्रदेश के गृह मंत्री अमित शाह जी द्वारा भगवान परशुराम जी के दर्शन किए गए और भगवान परशुराम जी को श्रद्धांजलि अर्पित की गई। तत्कालीन मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की अध्यक्षता में हुए कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भी मौजूद थे।
श्री राष्ट्रीय शोध पीठ द्वारा खोजे गए 56 स्थानों की गैलरी बनाकर महाशिवरात्रि प्रदर्शनी के माध्यम से सनातन हिंदुओं को जानकारी दी जाएगी। भगवान श्री परशुराम जी से संबंधित 21 युग भूमि स्थानों की गैलरी बनाई जाएगी जहां भगवान श्री परशुराम जी ने अत्याचारियों का वध किया और संतों और गरीब पीड़ितों को न्याय दिलाया। उन अत्याचारी राष्ट्र राजाओं को चित्रित करके सनातन हिंदुओं को जानकारी दी जाएगी। महाकुंभ के रास्ते में भगवान श्री परशुराम जी के बचपन, युगकाल और तपस्या काल के चित्रों की एक गैलरी बनाई जाएगी। सनातन हिंदुओं में भगवान श्री परशुराम जी के बारे में जानकारी का अभाव बताया जाएगा। भगवान श्री परशुराम जी ने 21 बार दुनिया का विनाश नहीं किया, उन्होंने 21 अत्याचारी राष्ट्र राजाओं का वध किया। धर्म के लिए, सर्वशक्तिमान भगवान परशुराम जी भगवान विष्णु के छठे अवतार के रूप में पृथ्वी पर आए और संतों, गरीबों और महिलाओं के दिलों में विभिन्न अत्याचारी राक्षसों का वध किया। इसके अलावा अन्य सभी महत्वपूर्ण जानकारियों को पूरी तरह से समझने के लिए राष्ट्रीय परशुराम परिषद कार्य कर रही है। महाकुंभ के दौरान 45 दिनों तक लगातार धार्मिक एवं सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इन कार्यक्रमों में प्रसिद्ध कथा वाचक द्वारा श्री राम कथा, श्री हनुमान कथा, श्री भागवत कथा, शिवपुराण का आयोजन किया जाएगा। इसके साथ ही पहली बार भगवान श्री परशुराम की कथा का भी आयोजन किया जाएगा। राष्ट्रीय परशुराम परिषद के शिविर में ऋषि पंडाल बनाया जाएगा, जिसमें भारराज ऋषि, गौतम ऋषि, जामदिनी ऋषि, कौशिक ऋषि, विश ऋषि आदि ऋषियों के चित्र उनकी जीवनी के साथ प्रदर्शित किए जाएंगे। शिविर में भगवान श्री परशुराम जी पर एक साहित्यिक सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा जिसमें मेरे और अंतरराष्ट्रीय स्तर के कवियों और भजन गायकों द्वारा भगवान श्री परशुराम जी पर एक साहित्यिक सम्मेलन कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा।
भराला ने कहा कि केरल से लेकर कर्नाटक तक आई आपदा के समय भगवान श्री परशुराम जी ने अपने फरसे से नाव को धकेल कर लोगों की जान बचाने जैसे अनेक कार्य किए थे, ऐसे विषयों पर प्रख्यात संतों का संत समागम कार्यक्रम आयोजित किया जाएगा। जिसमें भगवान वृषभ प्रयाग शंकर आचार्य जी अपनी गरिमामयी उपस्थिति के साथ उपस्थित रहेंगे। अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन भगवान श्री परशुराम अकामा वैष्णवते, भगवान श्री परशुराम राष्ट्रनायक पर राष्ट्रीय सम्मेलन, राष्ट्रीय/अंतरराष्ट्रीय स्तर के इतिहासकार, वैज्ञानिक, महान विद्वान भाग लेंगे। तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्य सम्मेलन का भी आयोजन किया जाएगा तथा दो दिवसीय स्वास्थ्य सम्मेलन में राष्ट्रीय एवं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर कार्यरत हजारों स्वास्थ्य संगठनों के प्रमुख एवं महासचिव भाग लेंगे जिनकी संख्या लगभग 2000 होगी। इस सम्मेलन में राष्ट्रीय, आर्थिक एवं सामाजिक मुद्दों पर गहन चिंतन एवं चर्चा होगी।
दिल्ली प्रदेश राष्ट्रीय परशुराम परिषद के प्रदेश संयोजक सुईमकोट एडवोकेट धरम शर्मा जी ने अपने संबोधन में कहा कि वर्तमान में देखने में आ रहा है कि सोशल मीडिया व फिल्म निर्माताओं के माध्यम से भगवान श्री परशुराम जी के बारे में नकारात्मक जानकारी फैलाई जा रही है इसी संदर्भ में जानकारी मिली कि श्री परशुराम जी पर एक फिल्म महावतार रिलीज होने जा रही है जिसकी सूचना मिलते ही राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा तुरंत फिल्म निर्माता को नोटिस भेजा गया। कहा गया कि आप बिना राष्ट्रीय परशुराम परिषद को दिखाए व जांच कराए फिल्म रिलीज नहीं कर सकते। इस संबंध में मेरे राष्ट्रीय परशुराम परिषद द्वारा अधिवक्ताओं का एक पैनल भी बनाया गया है जिसके माध्यम से हम भगवान परशुराम को बदनाम करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करेंगे। अधिवक्ताओं के पैनल में एडवोकेट मोनिका शर्मा व एडवोकेट शिवम ए भारज मुख्य सदस्य रहेंगे।भगवान श्री परशुराम जी के जीवन से जुड़ी धरती, जन्मभूमि और 21 युग भूमि पर 56 स्थानों पर प्रदर्शनी लगाई जाएगी
विजय गौतम राष्ट्रीय सह संयोजक राष्ट्रीय परशुराम परिषद ने विजय गौड़ ब्यूरो चीफ को बताया कि महाकुंभ 2025 राष्ट्रीय परशुराम परिषद महाशिवरात्रि में मुख्य आकर्षण होंगे : भगवान श्री परशुराम जी के जीवन पर प्रतिदिन संगीत और प्रकाश कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे , प्रयागराज महाकुंभ परिसर के 440 चौराहों पर भगवान श्री परशुराम जी के जीवन के बारे में जानकारी उपलब्ध होगी, भगवान श्री परशुराम जी के जीवन के बारे में जानकारी उपलब्ध होगी , 1 लाख 8 हजार मूर्तियों पर भगवान श्री परशुराम जी के जीवन के बारे में जानकारी उपलब्ध होगी और श्री परशुराम चालीसा का वितरण किया जाएगा , महाकुंभ प्रयागराज में पहली बार श्रमिकों और सफाई कर्मचारियों को सम्मानित किया जाएगा , शिविर में श्री भागवत कथा, श्री राम कथा, श्री हनुमान कथा और शिव पुराण का आयोजन किया जाएगा , शिविर में भगवान श्री परशुराम जी की 51 फीट की प्रतिमा स्थापित की जाएगी, महाकुंभ शिविर में पहली बार श्री परशुराम कथा का आयोजन किया जाएगा आयोजित, शिविर में भक्तों को चारों जगतगुरु शंकर आचार्यों का सानिध्य और आशीर्वाद मिलेगा, महाकुंभ शिविर में ऋषियों के जीवन चरित्र के बारे में जानकारी दी जाएगी, भगवान श्री परशुराम जी की भव्य और दिव्य रथ यात्रा निकाली जाएगी , भारत की शांति के लिए अंतरराष्ट्रीय सर्वधर्म सम्मेलन आयोजित किया जाएगा , भारत के महान संतों के शिविर में संतों का समागम होगा . पांच कुंडीय यज्ञ में प्रतिदिन महायज्ञ होगा
प्रेस वार्ता में मुख्य मार्गदर्शक/निर्णायक श्री शिवतरू प्रसाद , राष्ट्रीय परशुराम परिषद, विजय गौतम जी राष्ट्रीय सह संयोजक राष्ट्रीय परशुराम परिषद, विनय शर्मा राष्ट्रीय सह संयोजक राष्ट्रीय परशुराम परिषद, एडवोकेट धर्म शर्मा संयोजक दिल्ली राष्ट्रीय परशुराम परिषद, मोनिका शर्मा राष्ट्रीय शिक्षा राष्ट्रीय परशुराम परिषद, नीलम परदेय राष्ट्रीय उपाध्यक्ष परश्रम शिक्षा वाहिनी, सोनिया सिन्हा , दिल्ली परशुराम स्वाभिमान सेना आदि के पदाधिकारी मौजूद रहे।
दिल्ली से ब्यूरो चीफ विजय गौड़ की विशेष रिपोर्ट