नई दिल्ली, 6 दिसंबर, 2024: भारत मंडपम में आज से शुरू हुए अष्टलक्ष्मी महोत्सव ने पूर्वोत्तर भारत की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और विविधता को एक मंच पर प्रस्तुत किया। महोत्सव का उद्घाटन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने किया, जिसमें केंद्रीय मंत्री श्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी सभा को संबोधित किया।
पहले दिन शिलांग चेंबर चॉयर ने अपनी पारंपरिक और समकालीन संगीत का अद्वितीय मिश्रण पेश किया, जिसने महोत्सव की शुरुआत को अविस्मरणीय बना दिया। इसके साथ ही पारंपरिक नृत्य और लोक संगीत ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
महोत्सव के अगले दो दिनों में विभिन्न सांस्कृतिक प्रदर्शनों, प्रदर्शनी और संवाद सत्रों का आयोजन किया जाएगा। 7 दिसंबर को उत्तर-पूर्वी भारत के पारंपरिक संगीत और नृत्य, साथ ही गोलमेज चर्चा होगी, जबकि 8 दिसंबर को फैशन शो, कला प्रदर्शनी और विशेष खाद्य उत्सव का आयोजन होगा, जिसमें उत्तर-पूर्व के स्वाद और व्यंजनों का आनंद लिया जा सकेगा।
इस महोत्सव में शामिल व्यंजन उत्तर-पूर्व भारत के विभिन्न राज्य जैसे असम, मणिपुर, नागालैंड, और त्रिपुरा की विशेषताओं को दर्शाते हैं, जो क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर का जीवंत परिचय कराते हैं।
अष्टलक्ष्मी महोत्सव भारत के विभिन्न क्षेत्रों के बीच सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है, जो उत्तर-पूर्व की कला और परंपराओं को राष्ट्रीय पहचान प्रदान करता है।