दिल्ली पुलिस की विशेष सेल ने एक बड़े नार्कोटिक्स ड्रग सिंडिकेट का पर्दाफाश करते हुए दो ड्रग तस्करों को गिरफ्तार किया है। आरोपियों से कुल 7.134 किलोग्राम उच्च गुणवत्ता वाली चरस बरामद की गई है, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 70 लाख रुपये आंकी गई है।
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान ममिता लामा उर्फ़ नपिशा (29 वर्ष) और उसके पति नवीन उर्फ़ नबिन (26 वर्ष) के रूप में हुई है, दोनों खिड़की एक्सटेंशन, मालवीय नगर, दिल्ली के निवासी हैं। विशेष सेल की ट्रांस यमुना रेंज (TYR) की टीम ने इंस्पेक्टर सुनील टेटिया की अगुवाई में और एसीपी कैलाश बिष्ट के पर्यवेक्षण में इस ऑपरेशन को अंजाम दिया।
विशेष सेल की ट्रांस यमुना रेंज को दिल्ली में पार्टी ड्रग्स की आपूर्ति करने वाले सिंडिकेट्स पर नजर रखने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 13 सितंबर 2024 को टीम को सूचना मिली कि ममिता लामा और उसका पति नवीन खिड़की एक्सटेंशन स्थित अपने घर से चरस की सप्लाई कर रहे हैं। सूचना के आधार पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों के घर पर छापा मारा, जहां से 7.134 किलोग्राम चरस बरामद की गई।
मामले में आरोपियों के खिलाफ संबंधित धाराओं के तहत केस दर्ज कर लिया गया है और उन्हें गिरफ्तार कर पुलिस रिमांड पर लिया गया है। पुलिस अब इस सिंडिकेट के आगे और पीछे जुड़े लोगों की पहचान करने के प्रयास कर रही है।
पूछताछ के दौरान ममिता लामा ने बताया कि वह सिक्किम के नामची जिले की रहने वाली है और उसने केवल सातवीं कक्षा तक पढ़ाई की है। 2012 में वह दिल्ली आई और साउथ एक्सटेंशन इलाके के एक सैलून में काम करने लगी, जहां उसकी मुलाकात नवीन से हुई। 2020 में नवीन की एक व्यक्ति से मुलाकात हुई, जिसने उसे चरस की तस्करी करके अधिक पैसे कमाने का लालच दिया। इसके बाद दोनों ने मिलकर ड्रग्स सप्लाई का काम शुरू कर दिया।
नवीन, जो नेपाल के तनहुँ जिले का रहने वाला है और 10वीं तक पढ़ा हुआ है, 2014 में दिल्ली आया था और जनकपुरी स्थित एक होटल में कुक के तौर पर काम कर रहा था। उसी दौरान उसकी ममिता से दोस्ती हो गई और बाद में दोनों ने मिलकर चरस सप्लाई करना शुरू कर दिया। वे चरस की मांग व्हाट्सएप पर प्राप्त करते थे और फिर डिलीवरी के लिए ‘पोर्टर’ ऐप के जरिए ग्राहकों के पते पर भेजते थे।
पुलिस इस मामले में आगे की जांच कर रही है और ड्रग्स सप्लाई चेन के अन्य सदस्यों की पहचान के प्रयास जारी हैं।