हरियाणा में भारतीय जनता पार्टी ने एक बार फिर से सरकार बनाई है। पंचकूला में आयोजित भव्य शपथ ग्रहण समारोह में नायब सैनी ने राज्य के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली। उनके साथ 13 अन्य मंत्रियों ने भी पद एवं गोपनीयता की शपथ ली। इस सरकार में अनुभवी और युवा नेताओं का एक खास संयोजन देखने को मिल रहा है, जिसने राज्य की राजनीति में नई उम्मीदें जगा दी हैं।
हरियाणा की राजनीति में गहरी पकड़ रखने वाले अनिल विज एक बार फिर से अहम भूमिका में नजर आएंगे। अंबाला कैंट से सातवीं बार विधायक चुने गए अनिल विज का राजनीतिक सफर काफी लंबा और प्रभावशाली रहा है। छात्र राजनीति से लेकर मंत्रिमंडल में अहम पदों पर उनकी यात्रा ने उन्हें एक अनुभवी और मजबूत नेता के रूप में स्थापित किया है।
इसी तरह, राव नरबीर सिंह, जो हरियाणा के सबसे बड़े विधानसभा क्षेत्र बादशाहपुर का प्रतिनिधित्व करते हैं, को भी इस मंत्रिमंडल में स्थान मिला है। वह पहले भी मनोहर लाल खट्टर सरकार में मंत्री रह चुके हैं। उनके साथ ही पूर्व परिवहन मंत्री कृष्णलाल पंवार और पानीपत ग्रामीण से विधायक महिपाल ढांडा भी मंत्रिमंडल का हिस्सा बने हैं।
इस बार सरकार में कई नए चेहरे भी देखने को मिले, जिन्होंने राजनीति में अपने नए सफर की शुरुआत की है। इनमें से प्रमुख हैं श्रुति चौधरी, जिन्होंने 2024 में तोशाम से पहली बार जीत दर्ज की और जून में भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ली थी। इसके अलावा, आरती राव, जो एक अंतरराष्ट्रीय स्तर की शूटिंग खिलाड़ी रह चुकी हैं, ने अटेली विधानसभा क्षेत्र से जीतकर मंत्रिमंडल में अपनी जगह बनाई है।
सबसे खास बात यह है कि इस मंत्रिमंडल में 36 वर्षीय गौरव गौतम सबसे युवा मंत्री के रूप में उभरे हैं। पलवल से विधायक गौरव गौतम की नियुक्ति ने युवाओं में नई उम्मीद जगाई है।
मंत्रिमंडल में कुछ ऐसे नेताओं की भी वापसी हुई है, जिन्होंने पहले भी सरकार में अहम भूमिका निभाई थी। फरीदाबाद से जुड़े व्यापारी और पूर्व मंत्री विपुल गोयल को फिर से मंत्रीमंडल में जगह मिली है। साथ ही, डॉ. अरविंद शर्मा और श्याम सिंह राणा जैसे अनुभवी नेता भी इस बार मंत्रिमंडल का हिस्सा बने हैं
हरियाणा के इस नए मंत्रिमंडल में जातिगत और क्षेत्रीय संतुलन का विशेष ध्यान रखा गया है। राजेश नागर तिगांव विधानसभा क्षेत्र से जीतकर मंत्रिमंडल का हिस्सा बने हैं, वहीं गुर्जर समाज से आने वाले नागर की नियुक्ति ने राजनीतिक समीकरणों में नई रोशनी डाली है।
हरियाणा की इस नई सरकार में अनुभवी नेताओं और युवा चेहरों का सम्मिलित उदय आने वाले समय में क्या नतीजे लाएगा, इस पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं। अब देखना यह होगा कि यह मंत्रिमंडल राज्य के विकास और जनता की उम्मीदों पर कितना खरा उतरता है।