दिल्ली के कालिंदी कुंज थाने में दर्ज हत्या के प्रयास के मामले में फरार चल रहे आरोपी सिद्धार्थ उर्फ सिद्धु (21) को अपराध शाखा ने नेहरू प्लेस इलाके से गिरफ्तार कर लिया। सिद्धार्थ पर 23 अगस्त 2024 को 20-25 साथियों के साथ मिलकर अमन नामक युवक पर जानलेवा हमला करने का आरोप है। इस हमले में सिद्धार्थ के बड़े भाई, कुख्यात अपराधी और कालिंदी कुंज थाने का बदमाश चरित्र (BC) सूचीबद्ध सौरभ उर्फ लेफ्टी और अमन उर्फ एमडी भी शामिल थे।
23 अगस्त 2024 को कालिंदी कुंज थाना पुलिस को सूचना मिली कि 20-25 लोगों ने जबरन घुसकर अमन नाम के युवक पर हमला किया। पुलिस मौके पर पहुंची तो अमन को गंभीर चाकू के घावों के साथ पाया गया, जिसे तुरंत उपचार के लिए ट्रॉमा सेंटर भेजा गया। इस मामले में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया। घटना के बाद कुछ आरोपियों, जिनमें सौरभ उर्फ लेफ्टी भी शामिल था, को गिरफ्तार कर लिया गया, लेकिन सिद्धार्थ फरार हो गया था।
अपराध शाखा के साउथर्न रेंज के एएसआई कृष्ण कुमार पांडे को सूचना मिली कि सिद्धार्थ नेहरू प्लेस के पास मौजूद है। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए इंस्पेक्टर विजय पाल दहिया के नेतृत्व में एएसआई कृष्ण कुमार पांडे, हवलदार संजय, हवलदार मनिंदर और हवलदार उमेश चौधरी की एक टीम का गठन किया गया, जो एसीपी नरेश सोलंकी के मार्गदर्शन में काम कर रही थी। टीम ने नेहरू प्लेस के पास पारस सिनेमा के निकट जाल बिछाया और सिद्धार्थ को सफलतापूर्वक गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान सिद्धार्थ ने इस हमले में अपनी संलिप्तता स्वीकार की। सिद्धार्थ एक निम्न मध्यम वर्गीय परिवार से ताल्लुक रखता है और उसने 10वीं तक पढ़ाई की है। तीन भाइयों में सबसे छोटा सिद्धार्थ, एक विवाहित बहन का भी भाई है। वह नेहरू प्लेस में मोबाइल फोन रिपेयरिंग का काम करता था और घटना के बाद से फरार था। उसके दोनों बड़े भाई पहले ही हत्या के प्रयास के इसी मामले में जेल में बंद हैं।