
नई दिल्ली में सीवर सफाई व्यवस्था में बड़ा बदलाव देखने को मिला है। मानसून से पहले जलभराव की perennial समस्या से निपटने और सीवर सफाई को अत्याधुनिक तकनीक से जोड़ने के लिए दिल्ली सरकार ने मुंबई से हाईटेक “रीसाइक्लर मशीन” मंगवाई है। ग्रेटर कैलाश इलाके में इसका सफल ट्रायल हुआ, जहां लोक निर्माण विभाग और जल मंत्री प्रवेश साहिब सिंह ने खुद मशीन का निरीक्षण किया।
मंत्री ने कहा कि हर मानसून दिल्ली की सड़कें तालाब बन जाती हैं, इसका बड़ा कारण है सीवर और नालों की समय पर सफाई न होना। अब सरकार ने मिशन मोड में काम शुरू कर दिया है और हर विधानसभा में ऐसी मशीन लाने की योजना है ताकि किसी भी सफाईकर्मी को सीवर में न उतरना पड़े।
रीसाइक्लर मशीन न केवल सीवर से गाद और गंदा पानी निकालती है, बल्कि उसी पानी को मशीन में ही साफ कर दोबारा जेटिंग के लिए इस्तेमाल भी करती है। इससे पानी की बर्बादी नहीं होती और सफाई की प्रक्रिया तेज़, सटीक और पर्यावरण के अनुकूल बनती है।
PWD मंत्री ने बताया कि सरकार पहले ही 32 सुपर सकर मशीनों की खरीद के आदेश दे चुकी है। यह कदम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘स्वच्छ भारत मिशन’ और स्मार्ट सिटी विजन की दिशा में दिल्ली सरकार का बड़ा प्रयास है। जल्द ही इन मशीनों को राजधानी के सभी इलाकों में तैनात किया जाएगा ताकि मानसून से पहले पूरी दिल्ली में व्यापक सफाई सुनिश्चित की जा सके।