दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की साइबर सेल ने बड़ी सफलता हासिल करते हुए अवैध हथियारों के सप्लायर और निर्माता को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की पहचान समन्द्दीन उर्फ सम्मन के रूप में हुई है, जिसे 2022 में द्वारका कोर्ट के आदेश पर घोषित अपराधी घोषित किया गया था।
क्राइम ब्रांच की एक विशेष टीम समन्द्दीन की तलाश में लंबे समय से जुटी हुई थी। हेड कांस्टेबल अक्षय सोलंकी और विकास लगातार उस पर काम कर रहे थे। इंस्पेक्टर अरविंद कुमार के नेतृत्व और एसीपी पवन कुमार के मार्गदर्शन में टीम ने तकनीकी निगरानी और मानव खुफिया के जरिए यह पता लगाया कि आरोपी राजस्थान के डीग इलाके में छिपा हुआ है।
आरोपी को पकड़ने के लिए एक विशेष टीम बनाई गई जिसमें एएसआई संजय कुमार, हेड कांस्टेबल अक्षय सोलंकी, विकास ढांकर, भूपेंद्र और सचिन तोमर शामिल थे। टीम को यह जानकारी मिली कि आरोपी सराय काले खां, दिल्ली में किसी से मिलने आने वाला है। इसके बाद पुलिस टीम ने जाल बिछाकर उसे सफलतापूर्वक दबोच लिया।
पूछताछ के दौरान समन्द्दीन ने खुलासा किया कि वह राजस्थान के डीग का रहने वाला है। पहले वह दिहाड़ी मजदूरी करता था, लेकिन 2008-09 में उसने अपने भाई मामन्द्दीन उर्फ मम्मन के साथ मिलकर देसी कट्टा बनाने का काम शुरू किया। जंगलों में उनका एक अवैध हथियार निर्माण केंद्र था। उसके खिलाफ दिल्ली, डीग और फरोजपुर झिरका में कई मुकदमे दर्ज हैं। गिरफ्तारी से बचने के लिए वह लगातार ठिकाने बदलता रहा और मजदूरी की आड़ में छिपा हुआ था।
आरोपी समन्द्दीन के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत दिल्ली और आसपास के राज्यों में तीन मामले दर्ज हैं।
डीसीपी संजय कुमार सैनी ने बताया कि आरोपी की गिरफ्तारी से अवैध हथियार सप्लाई नेटवर्क पर एक बड़ी चोट पहुंची है।