नई दिल्ली: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की एजीएस टीम ने एक अंतरराष्ट्रीय ड्रग सिंडिकेट का भंडाफोड़ करते हुए इसके सरगना लोकेश धिंगरा उर्फ लोकी को गिरफ्तार कर लिया है। यह सिंडिकेट डार्क वेब, इंटरनेट कॉलिंग ऐप्स और क्रिप्टोकरेंसी का इस्तेमाल कर ड्रग्स की तस्करी करता था। पुलिस ने इस ऑपरेशन में ₹1.5 करोड़ की हाइड्रोपोनिक वीड और अवैध संपत्ति जब्त की है।
18 अक्टूबर 2024 को आर.के. पुरम पोस्ट ऑफिस पर 1.5 किलो हाइड्रोपोनिक वीड की खेप पकड़ी गई, जिसकी कीमत ₹1 करोड़ आंकी गई। आगे की जांच में विदेशी पोस्ट ऑफिस से ₹2 करोड़ के पार्सल का पता चला। मास्टरमाइंड लोकेश धिंगरा और उसके साथी विवेक उर्फ मुकुल और मनशेर सिंह फरार हो गए। विवेक को थाईलैंड से लौटने पर गिरफ्तार किया गया, जबकि लोकेश और मनशेर को गुरुग्राम के एक फ्लैट से पकड़ा गया।
गिरोह ने पिछले तीन महीनों में 48 किलो गांजा (₹20-25 करोड़) की तस्करी की। यह लोग फर्जी पहचान और पोर्टर ऐप के जरिए डिलीवरी करते थे और नकद मुनाफे को छोटे-छोटे जमा के जरिए संपत्तियों में बदल देते थे।
लोकेश धिंगरा को PIT-NDPS अधिनियम के तहत गिरफ्तार कर तिहाड़ जेल भेजा गया। वह पहले भी कई मामलों में संलिप्त रहा है और समाज व राष्ट्रीय अर्थव्यवस्था के लिए खतरा बन गया था।
दिल्ली पुलिस के इस अभियान से ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई को मजबूती मिली है। पुलिस ने जनता से सहयोग की अपील की है ताकि नशे के इस जाल को जड़ से खत्म किया जा सके।