दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक कुख्यात अंतर्राज्यीय एटीएम लुटेरे इमरान को गिरफ्तार किया है। इमरान, जो हरियाणा के पलवल जिले का रहने वाला है, दिल्ली के पश्चिम विहार ईस्ट थाने में दर्ज एक एटीएम तोड़ने के मामले में वांछित था। इसके अलावा, वह गुजरात के भरूच और महाराष्ट्र के नंदुरबार में भी एटीएम तोड़ने की घटनाओं में शामिल रहा है। इमरान पर हत्या, चोरी, धोखाधड़ी और एटीएम तोड़ने जैसे 20 से अधिक मामले दर्ज हैं।
30 मई 2024 को सुबह 3 बजे के करीब, इमरान और उसके साथियों ने पश्चिम विहार, दिल्ली में एक एचडीएफसी बैंक के एटीएम को तोड़ा और लगभग 6 लाख रुपये की नकदी लेकर फरार हो गए। इस मामले में पश्चिम विहार ईस्ट थाने में एफआईआर दर्ज की गई थी।
इस मामले की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की एक विशेष टीम का गठन किया गया था। इस टीम में एसआई इमरान खान, देवी दयाल, दीपेंद्र, गुरमीत, एएसआई उमरदीन, एचसी राम नरेश, राजबीर, पर्मानंद, आशीष और कांस्टेबल कुलदीप शामिल थे। टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर योगेश कुमार और विनोद यादव कर रहे थे, जबकि इस ऑपरेशन की निगरानी एसीपी उमेश बार्थवाल कर रहे थे।
टीम ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज की गहन जांच की, जिसमें आरोपियों की पहचान इमरान और उसके साथियों के रूप में की गई। इसके बाद, एएसआई उमरदीन को गुप्त सूचना मिली कि इमरान महरौली इलाके में आने वाला है। इस जानकारी के आधार पर टीम ने महरौली कॉम्प्लेक्स पार्क के पास जाल बिछाया और इमरान को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ के दौरान, इमरान ने स्वीकार किया कि उसने 30 मई की सुबह अपने साथियों के साथ मिलकर पश्चिम विहार के एचडीएफसी बैंक के एटीएम को तोड़ा और एक चोरी की हुई मारुति ईको वैन में भाग निकला। बाद में उन्होंने हरियाणा के पलवल में एटीएम को गैस कटर की मदद से काटा और नकदी निकालकर एटीएम मशीन को एक नाले में फेंक दिया। इसके अलावा, उन्होंने चोरी की गई वैन को भी छोड़ दिया
इमरान, जो हरियाणा के पलवल जिले का निवासी है, अशिक्षित है और उसने आर्थिक तंगी के चलते कम उम्र में ही ट्रकों में हेल्पर के रूप में काम करना शुरू कर दिया था। इसके बाद, वह नूंह, हरियाणा के रहने वाले इश्तियाक और साहिद के संपर्क में आया और ट्रक और कार चोरी करने लगा। बाद में, उसने अपने साथियों के साथ मिलकर दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और अन्य राज्यों में एटीएम तोड़ने की घटनाओं को अंजाम देना शुरू कर दिया।
क्राइम ब्रांच द्वारा की गई इस गिरफ्तारी को अपराध नियंत्रण के प्रयासों में एक बड़ी सफलता माना जा रहा है।