दिल्ली पुलिस के बुराड़ी थाना क्षेत्र की एक समर्पित और कड़ी मेहनत करने वाली टीम ने महज 4 घंटे के भीतर एक हत्या के मामले को सुलझा लिया। इस मामले में चार आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है।
31 अगस्त 2024 को रात 10:34 बजे बुराड़ी के नथूपुरा बस स्टैंड पर झगड़े की सूचना मिली। पुलिस के पहुंचने पर घायल व्यक्ति को बुराड़ी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक की पहचान 32 वर्षीय सुमित, पुत्र शिशिल, निवासी नथूपुरा गांव के रूप में हुई। मौके से भागने की कोशिश कर रहे 17 वर्षीय एक नाबालिग को पुलिस ने पकड़ लिया। प्रारंभिक जांच से पता चला कि इस हत्या के पीछे मोबाइल फोन की वसूली का विवाद था।
पुलिस उपायुक्त नॉर्थ जिले के निर्देश पर इंस्पेक्टर जसपाल सिंह और इंस्पेक्टर संदीप कुमार अहलावत के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया, जिसमें एसआई सुधीर राठी, एसआई शंभू कुमार झा, पीएसआई शुभम, हेड कांस्टेबल अनिल, सुरेंद्र दुहान, महिपाल और अन्य कर्मी शामिल थे। टीम ने इलाके के कई सीसीटीवी फुटेज की जांच की और स्थानीय सूत्रों की मदद से आरोपियों की पहचान कर उनके ठिकानों का पता लगाया
आरोपियों की पहचान रुद्राक्ष उर्फ रड्डी, अमन, और मानव के रूप में की गई, जो सभी काउशिक एन्क्लेव, बुराड़ी के निवासी हैं। इन्हें घटना के 4 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया।
पूछताछ में आरोपियों ने हत्या की बात स्वीकार की और बताया कि वे सभी नशे के आदी हैं। आरोपियों के मुताबिक, मानव का मोबाइल फोन एक अन्य नशेड़ी दिनेश उर्फ 2 नंबर ने लिया था, जो उसे वापस नहीं कर रहा था। जब दिनेश के कहने पर सुमित खत्री (मृतक) फोन लौटाने आया, तो आरोपियों ने उसे बेरहमी से पीटकर मार डाला।
पुलिस आरोपियों के पुराने आपराधिक रिकॉर्ड की जांच कर रही है। घटना से जुड़े सभी सबूत इकट्ठा कर लिए गए हैं, और पुलिस मामले की गहराई से जांच कर रही है।