नई दिल्ली।
सरस आजीविका मेला 2024 में ग्रामीण भारत की समृद्ध शिल्पकलाओं का भव्य प्रदर्शन हो रहा है। इस मेले में जहां लोग अलग-अलग राज्यों की कला और हस्तशिल्प का आनंद ले रहे हैं, वहीं सरस पवेलियन में मनोरंजन की भी भरपूर व्यवस्था की गई है।
मेले का प्रमुख आकर्षण मस्कट (सुभंकर) बना हुआ है, जिसके साथ आगंतुक फोटो और सेल्फी लेते नजर आ रहे हैं। इसके साथ ही, सरस में मौजूद बिग पाइप बैंड का प्रदर्शन दर्शकों को खूब लुभा रहा है। बैंड के प्रमुख सुखविंदर सिंह ने बताया कि उनकी टीम समय-समय पर विभिन्न गानों की धुनों पर प्रदर्शन करती है, जो न केवल दर्शकों की थकान मिटाता है बल्कि उन्हें झूमने पर मजबूर कर देता है।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय के तत्वावधान में और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) के सहयोग से आयोजित यह मेला भारत मंडपम में 43वें विश्व व्यापार मेले के तहत आयोजित किया जा रहा है।
14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले इस मेले में 31 राज्यों की 300 से अधिक महिला शिल्पकार 150 से अधिक स्टॉल्स पर अपने उत्कृष्ट उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री कर रही हैं। सरस आजीविका मेला भारत मंडपम के हॉल नंबर 9 और 10 में लगाया गया है, जहां हजारों अनूठे उत्पाद देखने और खरीदने को मिल रहे हैं।
यह मेला न केवल ग्रामीण शिल्पकारों को उनके हुनर को प्रदर्शित करने का मंच दे रहा है, बल्कि आगंतुकों के लिए एक यादगार सांस्कृतिक अनुभव भी साबित हो रहा है।