दिल्ली की क्राइम ब्रांच की नॉर्दर्न रेंज-2 टीम ने कुख्यात गैंग के शार्पशूटर मोहम्मद ऐमन (37) को गिरफ्तार किया है। आरोपी को दो मामलों में घोषित अपराधी (प्रोक्लेम्ड ऑफेंडर) घोषित किया गया था। दिल्ली के हजरत निजामुद्दीन और पंजाब के एसएएस नगर थानों में दर्ज मामलों में वह फरार चल रहा था। इसके अलावा, आरोपी अन्य दो मामलों में अदालत में पेश नहीं हो रहा था और इनकी सुनवाई से गायब था।
मोहम्मद ऐमन पर अब तक कुल 9 मामलों में संलिप्तता का आरोप है, जिनमें उगाही, हत्या के प्रयास और आर्म्स एक्ट के तहत मामले शामिल हैं। वह दिल्ली और पंजाब में कई संगीन अपराधों में शामिल रहा है। ऐमन ने एक कुख्यात गैंगस्टर हर्षिमरन उर्फ बादल के लिए काम किया, जिसके निर्देश पर उसने कई बार उगाही और सुप्रीमेसी स्थापित करने के लिए फायरिंग की।
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच को आरोपियों पर गुप्त नजर रखने का काम सौंपा गया था। टीम ने जांच के दौरान पाया कि मोहम्मद ऐमन अदालत में पेश नहीं हो रहा है और उसे दो मामलों में घोषित अपराधी घोषित किया जा चुका है। इसके साथ ही, उसके खिलाफ धारा 82 सीआरपीसी के तहत कार्रवाई भी शुरू की जा चुकी थी।
पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी ने अपना ठिकाना बदलकर भलस्वा डेयरी इलाके के राजीव नगर में किराए के मकान में छिपा हुआ है। इसके बाद, पुलिस की एक टीम ने इलाके में गुप्त रूप से निगरानी शुरू की और एक महीने की मेहनत के बाद आरोपी के ठिकाने का पता लगाया। पुलिस ने जाल बिछाकर मोहम्मद ऐमन को उसके ठिकाने से गिरफ्तार कर लिया।
इस गिरफ्तारी को इंस्पेक्टर संदीप तुशीर के नेतृत्व में एक टीम ने अंजाम दिया, जिसमें एसआई सतेंद्र, योगेश दहिया, परवीर सिंह, एएसआई प्रदीप गोडारा, और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। टीम ने लगातार काम किया और स्थानीय जानकारी जुटाकर तकनीकी और मैनुअल तरीकों से आरोपी को पकड़ा