नई दिल्ली: दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले के झारखंड पवेलियन में एक स्टॉल पर जमशेदपुर के एक युवा ने झारखंड और राजस्थान की पारंपरिक कला का एक अनोखा फ्यूजन पेश किया है। इस युवा ने झारखंड के पारंपरिक आभूषणों को नए, ट्रेंडी अंदाज में ढाला है, जो मेले में आने वाले लोगों को खासा आकर्षित कर रहे हैं।
धीरज जैन, जो वर्तमान में मानवाधिकार में स्नातकोत्तर की पढ़ाई कर रहे हैं, ने 2016 में इस स्टार्टअप की शुरुआत की थी। उन्होंने झारखंड और राजस्थान की कला का संयोजन करके एक नया रूप दिया है। खास बात यह है कि वह आभूषणों को पोशाक के रंग से मेल खाता हुआ डिजाइन करते हैं और ऑर्डर के अनुसार ज्वेलरी बनाते हैं।
धीरज ने सिल्क की साड़ी पर कलाकारी को देखकर आभूषण डिजाइन करने की प्रेरणा ली थी। वह बताते हैं कि इस डिजाइनिंग में उनकी माँ भी सहयोग करती हैं। ज्वेलरी बनाने के लिए सीप पर पेंटिंग और मोती स्टोन का प्रयोग करते हुए वह एक पीस चार घंटे में तैयार करते हैं।
चोटे स्तर पर शुरुआत करने के बाद अब उन्हें दूसरे शहरों से बड़े ऑर्डर मिलने लगे हैं। इस स्टार्टअप ने अब एक व्यवसाय का रूप ले लिया है, और धीरज अपनी कला के माध्यम से कड़े, अंगूठी, ब्रेसलेट, और अन्य आभूषण तैयार करते हैं।