नई दिल्ली में हाल ही में संपन्न हुए इंडियन इंटरनेशनल ट्रेड फेयर 2024 में केरल के आदिवासी समुदाय द्वारा पेश किया गया ‘आदिवासी हेयर ऑयल’ खास आकर्षण का केंद्र बना। यह आयुर्वेदिक तेल बालों की लंबाई बढ़ाने और उन्हें जड़ों से मजबूत बनाने में बेहद असरदार है
‘आदिवासी हेयर ऑयल’ को पूरी तरह आयुर्वेदिक विधियों से तैयार किया गया है। इसमें मुलेठी, अश्वगंधा, ब्राह्मी, भृंगराज जैसी जड़ी-बूटियां इस्तेमाल की गई हैं, जो बालों को पोषण देने और उनकी प्राकृतिक चमक बढ़ाने में सहायक हैं। इसके अलावा, इसमें बालों की गहरी सफाई और देखभाल के लिए शैंपू और अन्य हेयर केयर प्रोडक्ट्स की भी विस्तृत रेंज उपलब्ध है।
इस तेल की सबसे बड़ी खासियत इसकी शुद्धता है। इसे पूरी तरह से प्राकृतिक तरीके से बनाया गया है, जिसमें किसी भी प्रकार के रसायनों का उपयोग नहीं किया गया। यह तेल बालों के हर प्रकार के लिए सुरक्षित और प्रभावी है।
फेयर में आए कई ग्राहकों ने इस तेल की खूब सराहना की। एक ग्राहक ने कहा,
“बालों की लंबाई और मजबूती के लिए मैंने इससे बेहतर उत्पाद नहीं देखा। इसकी खुशबू भी बहुत अलग और सुकून देने वाली है।
इस हेयर ऑयल को केरल के आदिवासी समुदाय ने पारंपरिक ज्ञान और आयुर्वेदिक तरीकों से तैयार किया है। स्टॉल संचालकों ने बताया कि उन्हें व्यापार मेले में लोगों से जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली और इससे उन्हें अपने उत्पाद को बड़े स्तर पर पहुंचाने का हौसला मिला।
हालांकि यह व्यापार मेला अब समाप्त हो गया है, लेकिन ‘आदिवासी हेयर ऑयल’ ने ग्राहकों के दिलों में अपनी जगह बना ली है। इस तेल ने न केवल बालों की देखभाल का एक बेहतर विकल्प दिया है, बल्कि आदिवासी समुदाय के उत्पादों को पहचान दिलाने का काम भी किया है।
‘आदिवासी हेयर ऑयल’ आयुर्वेद और प्रकृति का अनूठा संगम है। यह तेल बालों की सेहत सुधारने के साथ-साथ आदिवासी समुदायों की मेहनत और परंपरा को प्रोत्साहित करता है। यह उन लोगों के लिए एक परफेक्ट चॉइस है, जो अपने बालों के लिए प्राकृतिक और सुरक्षित समाधान चाहते हैं।