दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच की इंटर स्टेट सेल ने नई उस्मानपुर में हुई फायरिंग की घटना को महज 12 घंटों में सुलझाते हुए आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है। घटना 4 दिसंबर 2024 की सुबह हुई थी, जब मोहम्मद आरिफ के घर पर दो राउंड फायर किए गए थे। इस मामले में नई उस्मानपुर थाने में एफआईआर नंबर 671/24 के तहत मामला दर्ज किया गया था।
फायरिंग की गंभीरता को देखते हुए इंस्पेक्टर पंकज मलिक और रोहित कुमार के नेतृत्व में, एसीपी रमेश चंद्र लांबा की देखरेख में एक विशेष टीम बनाई गई। टीम ने सीसीटीवी फुटेज और मानव खुफिया जानकारी का सहारा लेकर संदिग्धों की हरकतों और पहनावे का विश्लेषण किया।
हेड कांस्टेबल गजेंद्र सिंह द्वारा जुटाई गई खुफिया जानकारी के आधार पर, संदिग्धों के मोबाइल नंबरों को ट्रेस किया गया। 21 वर्षीय आरोपी अब्दुल्ला को, जो पहले भी डकैती और फायरिंग के दो मामलों में शामिल था, सोनिया विहार के पुस्ता रोड टोल टैक्स बूथ के पास से गिरफ्तार कर लिया गया। उसके पहनावे को भी बरामद कर लिया गया है, जो घटना के समय सीसीटीवी में कैद हुआ था।
अब्दुल्ला नई उस्मानपुर का निवासी है और एक उभरता हुआ अपराधी है। वह पहले भी डकैती और आर्म्स एक्ट के तहत मामलों में शामिल रह चुका है।
डीसीपी (क्राइम ब्रांच) संजय कुमार सैनी ने बताया कि यह केस दिल्ली पुलिस की तेजी और सूझबूझ का उदाहरण है। ऐसे अपराधियों पर लगाम लगाने के लिए पुलिस लगातार सक्रिय है।