दिल्ली पुलिस की AI आधारित फेस रिकग्निशन सिस्टम (FRS) तकनीक और सक्रिय गश्त के चलते कश्मीरी गेट इलाके में एक कुख्यात पॉकेटमार और स्नैचर को गिरफ्तार किया गया। आरोपी की पहचान 22 वर्षीय तौफिक के रूप में हुई है, जो पहले भी स्नैचिंग और चोरी के दो मामलों में शामिल पाया गया था।
16 दिसंबर 2024 को, कांस्टेबल तुषार गश्त पर थे, जब उन्होंने कश्मीरी गेट के पास एक संदिग्ध व्यक्ति को भागने की कोशिश करते हुए पकड़ा। उसकी तलाशी लेने पर MI ब्रांड का एक मोबाइल फोन बरामद हुआ, जिसकी कोई वैध जानकारी आरोपी नहीं दे सका। आरोपी ने खुद को नाबालिग और फुटपाथ पर रहने वाला बताया।
पुलिस ने आरोपी की फोटो AI आधारित FRS सिस्टम में जांच के लिए भेजी, जिससे उसकी असली पहचान तौफिक के रूप में हुई। जांच में पता चला कि तौफिक पहले भी मंडावली और बाड़ा हिंदू राव थानों में दर्ज स्नैचिंग और चोरी के मामलों में शामिल था।
घटना के बाद PCR कॉल पर शिकायतकर्ता ने बताया कि जब वह कश्मीरी गेट बस स्टॉप पर बस में चढ़ रहे थे, तब उनका MI मोबाइल फोन चोरी हो गया। पुलिस ने इस मामले में FIR दर्ज कर आरोपी को गिरफ्तार कर लिया
इस घटना ने आधुनिक तकनीकों के महत्व को फिर से साबित किया है। AI आधारित FRS सिस्टम ने न केवल आरोपी की पहचान की, बल्कि उसकी गिरफ्तारी भी सुनिश्चित की।