नई दिल्ली, 23 दिसंबर 2024: आईआईटी दिल्ली ने 22 दिसंबर को अपने प्रतिष्ठित लेक्चर हॉल कॉम्प्लेक्स (एलएचसी) में 11वें पूर्व छात्र दिवस का भव्य आयोजन किया। इस वर्ष का विषय था “जुड़ें, समृद्ध करें, सशक्त बनाएं,” जिसने आईआईटीडी समुदाय की सौहार्द और नवाचार की भावना को मनाने का संदेश दिया। इस आयोजन में पूर्व छात्र, वर्तमान छात्र, और प्रतिष्ठित हस्तियों ने भाग लिया, जो न केवल यादों का संगम था, बल्कि नवाचार और नेतृत्व की प्रेरणा का केंद्र भी बना।
कार्यक्रम की शुरुआत हाई-टी और पंजीकरण से हुई। संयोजक डॉ. कमलिका बनर्जी और आईआईटीडीएए के अध्यक्ष श्री मनीष जायसवाल के स्वागत भाषण ने उत्साह का माहौल बना दिया। डीन एलुमनाई रिलेशंस प्रो. नीलांजन सेनरॉय ने इसे “पूर्व छात्रों और संस्थान के बीच आजीवन संबंधों का प्रमाण” बताते हुए आईआईटी दिल्ली की उपलब्धियों और भविष्य की योजनाओं को रेखांकित किया।
दिल्ली सरकार के मुख्य सचिव श्री धर्मेंद्र (आईएएस) और रीन्यू के चेयरमैन श्री सुमंत सिन्हा ने अपने प्रेरक संबोधन में आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्रों के योगदान की सराहना की। श्री धर्मेंद्र ने कहा, “आईआईटी दिल्ली के पूर्व छात्र राष्ट्र निर्माण के वाहक हैं। उनका योगदान वैश्विक स्तर पर प्रभाव डालता है।”
दिनभर के विषयगत सत्रों ने प्रतिभागियों को समृद्ध विचारों से रूबरू कराया। “परिवर्तन बनना: बदलाव के भारत का निर्माण” सत्र में पद्मश्री प्रो. अनिल गुप्ता और श्री राजेश अग्रवाल (आईएएस) जैसे वक्ताओं ने सामाजिक बदलाव में आईआईटी के पूर्व छात्रों की भूमिका पर प्रकाश डाला। वहीं, “अर्थ 2.0: सस्टेनेबिलिटी इनोवेटर्स” सत्र में श्री आलोक अग्रवाल और डॉ. अंजन रे ने स्थिरता और नवाचार की महत्ता पर चर्चा की।
स्टार्टअप पिच टैंक सत्र में उभरते उद्यमियों ने अपने अभिनव विचार प्रस्तुत किए। कारदेखो के संस्थापक श्री अमित जैन ने कहा, “आईआईटी दिल्ली जैसे संस्थान साहसिक विचारों और नवाचार के लिए आदर्श मंच प्रदान करते हैं।”
कार्यक्रम का समापन ओपन एयर थिएटर (OAT) में गायक शान के शानदार सांस्कृतिक प्रदर्शन और नेटवर्किंग डिनर के साथ हुआ। यह न केवल एक शाम थी, बल्कि एक ऐसा मंच था जिसने पुरानी यादों को ताजा करते हुए भविष्य के लिए प्रेरणा दी।
कार्यक्रम की सफलता में सेंट्रल पार्क, स्पिनी, रियलमी, आठ गुना एआई, डायना एयरकॉन, इफको, रिस्क बर्ग, और केनरा बैंक जैसे प्रायोजकों का महत्वपूर्ण योगदान रहा। आयोजन टीम ने इसे भावनाओं, जुड़ाव और प्रेरणा के उत्सव में बदलने के लिए कड़ी मेहनत की।
आईआईटीडीएए के अध्यक्ष श्री मनीष जायसवाल ने कहा, “पूर्व छात्र दिवस केवल एक कार्यक्रम नहीं है, यह हमारे अतीत, वर्तमान और भविष्य के बीच के बंधन का उत्सव है।”
इस आयोजन ने साबित कर दिया कि आईआईटी दिल्ली का पूर्व छात्र समुदाय नवाचार, नेतृत्व और राष्ट्र निर्माण का एक प्रेरक स्रोत है। यह दिन हमेशा यादों, उपलब्धियों, और प्रेरणा का प्रतीक रहेगा।