नई दिल्ली: 43वें विश्व व्यापार मेले के दौरान भारत मंडपम के हॉल नंबर 9 और 10 में सरस आजीविका मेला 2024 का आयोजन किया जा रहा है। 14 नवंबर से 27 नवंबर तक चलने वाले इस मेले में 31 राज्यों की 300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार अपने उत्पादों की प्रदर्शनी और बिक्री कर रही हैं।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और एनआईआरडीपीआर के सहयोग से यह मेला ग्रामीण भारत की कला, संस्कृति, और परंपराओं को प्रदर्शित करता है। मेले में हस्तशिल्प, प्राकृतिक खाद्य उत्पाद, और लोकल क्राफ्ट्स की विस्तृत श्रृंखला देखने को मिल रही है।
इस बार मेला “लखपति दीदी” पहल पर केंद्रित है, जिसमें ग्रामीण महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा दिया जा रहा है। मेले को पांच जोन में विभाजित किया गया है, जहां अलग-अलग राज्यों की विशिष्ट कलाएं और उत्पाद प्रदर्शित किए जा रहे हैं।
प्रधानमंत्री के “वोकल फॉर लोकल” और आत्मनिर्भर भारत अभियान को साकार करने की यह पहल ग्रामीण हस्तशिल्पियों को एक नई पहचान और रोजगार के अवसर प्रदान कर रही है।