
दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने मेवात क्षेत्र के एक अंतरराज्यीय गैंग को धर दबोचा है, जिसने महिपालपुर के एक मोबाइल शोरूम में रात के समय बड़ी चोरी को अंजाम दिया था। पुलिस ने इस गिरोह के तीन सदस्यों, जिसमें मुख्य आरोपी हयात उर्फ लम्बू (20 वर्ष) और उसके साथी इकलास उर्फ लीलू (26 वर्ष) और मनीष खान (26 वर्ष) शामिल हैं, को गिरफ्तार किया है।
घटना 23/24 सितंबर 2023 की रात की है, जब महिपालपुर के एक मोबाइल शोरूम “खुशी कम्युनिकेशन” में चोरी की गई थी। चोरों ने शटर काटकर शोरूम में घुसकर 40 लाख रुपये की मोबाइल फोन और एक्सेसरीज़ चुरा लीं। घटना के बाद वसंत कुंज नॉर्थ पुलिस स्टेशन में ई-एफआईआर दर्ज की गई, जिसके बाद मामला क्राइम ब्रांच को सौंपा गया।
क्राइम ब्रांच की न्यू दिल्ली रेंज (NDR) की एक विशेष टीम ने इंस्पेक्टर राकेश शर्मा के नेतृत्व में घटना की जांच शुरू की। टीम ने सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसमें तीन चोरों को मास्क पहने हुए देखा गया। चोर चोरी के बाद एक सफेद मारुति स्विफ्ट कार में फरार हो गए। जांच के दौरान पता चला कि कार का नंबर प्लेट फर्जी था। सीसीटीवी फुटेज की बारीकी से जांच के बाद, टीम को शक हुआ कि यह मेवात क्षेत्र का कुख्यात गैंग हो सकता है।
टीम ने विभिन्न तकनीकी और मैन्युअल सर्विलांस का उपयोग करते हुए चोरों के भागने के मार्ग का पता लगाया, जो उन्हें मेवात, हरियाणा तक ले गया। लगातार प्रयासों के बाद पुलिस ने नूह, मेवात के सालेहेरी गांव से दो आरोपियों, इकलास और मनीष खान, को गिरफ्तार कर लिया। इनके कब्जे से 30 मोबाइल फोन और चोरी में इस्तेमाल की गई स्विफ्ट कार बरामद की गई।
गैंग लीडर हयात उर्फ लम्बू, जो इस मामले में मुख्य आरोपी है, ने पुलिस दबाव के चलते नूह कोर्ट में आत्मसमर्पण कर दिया। उसकी गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने उसके पास से 57 और मोबाइल फोन बरामद किए।
क्राइम ब्रांच की टीम अभी भी गिरोह के अन्य सदस्यों की तलाश में जुटी है और मामले की जांच जारी है।