दिल्ली पुलिस की सतर्कता इकाई (Vigilance Unit) ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए IFSO, स्पेशल सेल द्वारका में तैनात सब-इंस्पेक्टर करनवीर सिंह को 2 लाख रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
मामला तब सामने आया जब शिकायतकर्ता विष्णु बिश्नोई और उनके वकील विशाल सोजीत्रा ने सतर्कता इकाई से संपर्क कर SI करनवीर सिंह पर रिश्वत मांगने का आरोप लगाया। शिकायत में बताया गया कि विष्णु का बैंक खाता और उससे जुड़े अन्य कई खाते IO करनवीर सिंह द्वारा फ्रीज़ कर दिए गए थे। बाद में उन्हें BNSS की धारा 35(3) के तहत नोटिस जारी कर जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया।
शिकायतकर्ता और उनके वकील ने बताया कि वे कई बार IFSO कार्यालय जाकर जांच में सहयोग कर चुके थे, लेकिन इसके बावजूद SI करनवीर सिंह ने उनके खाते डी-फ्रीज़ करने के लिए 5 लाख रुपये की रिश्वत की मांग की। इसी सिलसिले में 23 सितंबर 2025 को आरोपी ने पहली किश्त के रूप में 2 लाख रुपये लेने के लिए शिकायतकर्ता को द्वारका सेक्टर-14 मेट्रो स्टेशन बुलाया।
योजना के अनुसार जैसे ही शिकायतकर्ता आरोपी की गाड़ी में बैठे, करनवीर सिंह ने कार चलानी शुरू कर दी। Vigilance टीम ने गाड़ी का पीछा किया और करीब दो किलोमीटर बाद उसे रोकने में सफलता पाई। आरोपी ने भागने की कोशिश की, लेकिन टीम ने उसे दबोच लिया। तलाशी में कार के डैशबोर्ड से रिश्वत की रकम बरामद हुई।
इस मामले में PS Vigilance में FIR संख्या 22/2025, धारा 7 भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (POC Act) के तहत दर्ज की गई है। आरोपी को गिरफ्तार कर आगे की जांच शुरू कर दी गई है। बता दें कि करनवीर सिंह 2019 से IFSO में तैनात था।
दिल्ली पुलिस की सतर्कता इकाई ने अपील की है कि कोई भी नागरिक यदि पुलिसकर्मियों द्वारा रिश्वत मांगने की घटना का सामना करता है तो तुरंत Vigilance हेल्पलाइन नंबर 1064 पर शिकायत दर्ज कराएं।






