दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए कहा कि केजरीवाल ने इस्तीफा देकर कोई बलिदान नहीं किया है, बल्कि अपनी 10 साल की विफलताओं और सत्ता विरोधी लहर का ठीकरा चालाकी से आतिशी मार्लेना पर फोड़ दिया है। एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में सचदेवा ने कहा कि बार-बार “जनता की अदालत” के नाम पर नाटक करने की बजाय, केजरीवाल को फरवरी 2025 में असली जनता की अदालत का सामना करने की तैयारी करनी चाहिए, क्योंकि दिल्ली की जनता पहले ही उन्हें नकारने का मन बना चुकी है।
वीरेंद्र सचदेवा ने कहा कि बीजेपी फरवरी 2025 में होने वाले चुनावों में जनता के सवालों को अरविंद केजरीवाल के सामने रखेगी।उन्होंने छह अहम सवाल पूछे, जिनमें से प्रमुख सवाल यह थे कि 10 साल में दिल्ली को एक भी नया अस्पताल, स्कूल या कॉलेज क्यों नहीं मिला, डीटीसी बसों में इजाफा क्यों नहीं हुआ, और दिल्ली जल बोर्ड भारी घाटे में क्यों चल रहा है।सचदेवा ने कहा कि दिल्ली की सड़कों की बदहाली, प्रदूषण और अव्यवस्थित बुनियादी ढांचे के लिए केजरीवाल सरकार जिम्मेदार है।
वीरेंद्र सचदेवा के 6 सवाल:
- केजरीवाल ने 10 साल में दिल्ली को एक भी नया अस्पताल क्यों नहीं दिया और अस्पताल निर्माण में घोटाले क्यों हुए?
- 10 साल में एक भी नया स्कूल या कॉलेज क्यों नहीं बना?
- डीटीसी बसों का बेड़ा क्यों नहीं बढ़ाया गया?
- दिल्ली जल बोर्ड, जो एक नव रत्न कंपनी थी, आज ₹60,000 करोड़ के घाटे में क्यों है?
- दिल्ली, जो उभरती हुई राष्ट्रीय राजधानी थी, अब दुनिया की सबसे प्रदूषित राजधानी के रूप में बदनाम क्यों है?
- दिल्ली, जो 1957 से 2013 तक अपने फ्लाईओवर्स और सड़कों के लिए जानी जाती थी, अब टूटी-फूटी सड़कों के लिए बदनाम क्यों है?
सचदेवा ने कहा कि ये तो सिर्फ शुरुआत है। फरवरी 2025 में हर गली का हर नागरिक अरविंद केजरीवाल से सवाल पूछेगा और उस दिन जनता की अदालत से उन्हें दिल्ली से बेदखल कर दिया जाएगा।
यह खबर दिल्ली की राजनीति में एक नए मोड़ की ओर इशारा करती है, जहां बीजेपी ने अरविंद केजरीवाल के खिलाफ बड़ा आरोप लगाया है। फरवरी 2025 के चुनाव में जनता की अदालत का सामना करने की चुनौती को लेकर यह राजनीतिक बयान चर्चा में है।