दिल्ली के क्राइम ब्रांच की साउथर्न रेंज टीम ने जैतपुर स्थित नीमा अस्पताल में यूनानी डॉक्टर जावेद अख्तर की हत्या का मामला 24 घंटे के भीतर सुलझा लिया है। घटना में शामिल दो किशोरों में से एक को आनंद विहार इलाके से गिरफ्तार किया गया है। हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल और कारतूस भी बरामद कर लिए गए हैं।
2 और 3 अक्टूबर की रात, नीमा अस्पताल, जैतपुर में 55 वर्षीय यूनानी डॉक्टर जावेद अख्तर की उनके केबिन में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। जांच में पता चला कि घटना से एक दिन पहले दोनों किशोर अस्पताल में ड्रेसिंग करवाने आए थे, जहां उनका डॉक्टर जावेद अख्तर से किसी बात को लेकर विवाद हुआ था। अगले दिन दोनों किशोर फिर से अस्पताल पहुंचे, ड्रेसिंग करवाई, और उसके बाद डॉक्टर के केबिन में जाकर उन्हें गोली मार दी।
3 अक्टूबर 2024 को रात 1 बजे के आसपास जैतपुर स्थित नीमा अस्पताल में डॉक्टर जावेद अख्तर की गोली मारकर हत्या कर दी गई। घटना के वक्त अस्पताल के कर्मचारियों ने गोली की आवाज को पटाखे की आवाज समझा, लेकिन जब उन्होंने डॉक्टर को देखा तो वह खून से लथपथ अपनी कुर्सी पर पड़े थे। घटना की सूचना मिलने पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया।
इस हत्याकांड की जांच के लिए क्राइम ब्रांच की साउथर्न रेंज की एक टीम का गठन किया गया। इस टीम का नेतृत्व इंस्पेक्टर विजय पाल दहिया ने किया, जबकि एसीपी नरेश सोलंकी की देखरेख में टीम में एसआई राजेश, एएसआई विजुमोन, एचसी सोनवीर, एचसी अरविंद, एचसी संजय, एचसी उमेश, और एचसी मनिंदर शामिल थे।
टीम ने घटनास्थल का निरीक्षण किया और अस्पताल के सीसीटीवी फुटेज की जांच की। फुटेज से पता चला कि 3 अक्टूबर को रात करीब 1 बजे दो किशोर अस्पताल में दाखिल हुए थे, जिनमें से एक ने अपने पैर की ड्रेसिंग करवाई। इसके बाद वे डॉक्टर जावेद अख्तर के केबिन में गए, जहां कुछ देर बाद गोली चलने की आवाज आई। अस्पताल के कर्मचारियों ने देखा कि डॉक्टर जावेद खून से लथपथ अपनी कुर्सी पर पड़े थे।
जांच के दौरान एचसी सोनवीर सिंह को एक सूचना मिली, जिसके आधार पर एक किशोर संदिग्ध का इंस्टाग्राम प्रोफाइल ट्रैक किया गया। फोन नंबर की निगरानी के बाद, पुलिस ने किशोर को आनंद विहार इलाके से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने हत्या में अपनी और अपने साथी की संलिप्तता कबूल की। उन्होंने बताया कि हत्या के लिए इस्तेमाल की गई पिस्तौल उन्हें जाफराबाद के एक दोस्त से मिली थी, जिसे उन्होंने हत्या के बाद वहीं छिपा दिया था। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्तौल और कारतूस भी बरामद कर लिए हैं।
गिरफ्तारी की सूचना संबंधित अधिकारियों को दे दी गई है