नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली व एनसीआर की प्रदूषित हवा में जहां लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है,वही अन्य भयावह बीमारियों से ग्रसित मरीजो को भी ऐसे दमघोंटू मौसम में खान-पान का विशेष ध्यान रखना चाहिए। वर्द्धमान महावीर सफदरजंग अस्पताल के नैफ्रोलोजी विभाग के हैड आफ दा डिपार्टमेंट डाक्टर हिमांशु वर्मा ने बताया, कि इस मौसम में स्वास्थ्य को लेकर प्रत्येक मरीज को विशेष ख्याल रखना चाहिए।सुबह की सैर से परहेज़ करे, उन्होंने कहा,कि अमूमन इस मौसम में किडनी से पीड़ित मरीजों में ख़ान पान को लेकर काफी दुविधा उत्पन्न हो जाती है, इसलिए जरूरी है,कि संतुलित भोजन लें। उन्होंने कहा, कि किडनी के मरीज को खाने में नमक की मात्रा को काफी कम कर देना चाहिए।तेज नमक मसाले वाली चीजें अचार,पापड, नमकीन, कोल्डड्रिंक, डिब्बा बंद सोस,जैम, जैली आदि को बंद कर देना चाहिए। किसी भी प्रकार के डिब्बे बंद जूस से बचना चाहिए।श्री वर्मा ने बताया,कि इस मौसम में शरीर में सूजन होने पर पानी और पानी वाली चीजें कम पिए।बीज निकालकर अमरुद, पपीता और सेब का सेवन 100 से 150 ग्राम के बीच में करे।हरी पत्तेदार सब्जियां को अच्छी तरह धोकर बनाए, नींबू, टमाटर से बचें।पूरे दिन में एक बार 300 से 400 एमएल दूध मलाई उतारकर ले। उन्होंने कहा, कि सभी दालो का सेवन प्रतिदिन एक कटोरी कर सकते हैं,जिस दिन मीट खाए,उस दिन दाल ना खाएं। मांसाहार का सेवन करने वाले मरीज भी बकरे या भैंसे का मीट ना ले, बल्कि अंडे की सफेदी, मुर्गा व मच्ली ले सकते हैं। उन्होंने कहा,कि प्रदूषण के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए भी किडनी मरीज उचित खान-पान के जरिए स्वस्थ रह सकते हैं।
IITF 2024: ‘विकसित भारत@2047’ थीम के साथ खादी इंडिया पवेलियन में 225 स्टॉल
खादी और ग्रामोद्योग आयोग (केवीआईसी) 14 से 27 नवंबर, 2024 तक नई दिल्ली के प्रगति मैदान स्थित ‘भारत मंडपम’ में आयोजित 43वें भारत अंतर्राष्ट्रीय व्यापार मेले (आईआईटीएफ)- 2024 में हिस्सा…