नई दिल्ली, 15 नवंबर 2024
दिल्ली के प्रगति मैदान में चल रहे भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले में इस बार बिहार पवेलियन में भागलपुर की पारंपरिक सिल्वर क्राफ्ट कला ने सबका ध्यान खींचा है। स्टॉल नंबर 21 पर भागलपुर के कलाकार अपनी अनूठी कलाकृतियां प्रस्तुत कर रहे हैं, जो ग्राहकों के बीच काफी लोकप्रिय हो रही हैं।
स्टॉल पर चांदी से बने बर्तन जैसे थाली, गिलास, कटोरी, और आभूषण जैसे पायल, कंगन, और अंगूठियां उपलब्ध हैं। ये सभी आइटम मणिया गांव में हाथ से बनाए गए हैं, जो अपनी बारीकी और गुणवत्ता के लिए जाने जाते हैं।
सिल्वर क्राफ्ट की ये कलाकृतियां न केवल भारत बल्कि अमेरिका और कनाडा जैसे देशों में भी निर्यात होती हैं। इन्हें सरकारी मानकों और कस्टम प्रक्रिया के तहत प्रमाणित किया गया है।
कलाकार ने बताया कि बिहार सरकार ने उन्हें इस मेले में अपनी कला प्रदर्शित करने का अवसर दिया है। इससे पहले उन्होंने आईएनए में अपनी कला का प्रदर्शन किया था, लेकिन प्रगति मैदान का अनुभव उनके लिए बेहद खास और उत्साहवर्धक है।
पहले दिन से ही स्टॉल पर ग्राहकों की भीड़ उमड़ रही है। चांदी के बर्तन और छोटे आभूषणों को खूब पसंद किया जा रहा है। कलाकार का कहना है कि इस तरह के आयोजन न केवल बिहार की कला को बढ़ावा देते हैं, बल्कि स्थानीय कलाकारों को रोजगार और पहचान भी दिलाते हैं।
भागलपुर की सिल्वर क्राफ्ट ने इस मेले में बिहार की समृद्ध कला और संस्कृति को नई ऊंचाई दी है। यह प्रदर्शन न केवल भारत में, बल्कि वैश्विक मंच पर भी बिहार की पहचान मजबूत करने का काम कर रहा है।