नई दिल्ली: वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री श्री पीयूष गोयल ने आज नई दिल्ली के भारत मंडपम में 43वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेले (IITF) का उद्घाटन किया। यह मेला 14 नवंबर से 27 नवंबर तक आयोजित किया जाएगा, जिसमें इस वर्ष का थीम “विकसित भारत 2047” रखा गया है। इस थीम का उद्देश्य भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर, समृद्ध और सशक्त राष्ट्र के रूप में स्थापित करना है।
श्री गोयल ने अपने संबोधन में बताया कि सरकार इंडिया ट्रेड प्रमोशन ऑर्गेनाइजेशन (ITPO) को एक विश्वस्तरीय एजेंसी में बदलने की योजना बना रही है, जो पूरे उद्योग और वैल्यू चेन को एक ही मंच पर प्रदर्शित करेगी। इसके माध्यम से भारत को वैश्विक MICE (Meetings, Incentives, Conferences, Exhibitions) गंतव्य के रूप में प्रस्तुत करने पर जोर दिया जा रहा है।
श्री गोयल ने डिजिटल लेन-देन को बढ़ावा देने के लिए मेले के विभिन्न स्थानों पर कियोस्क लगाने की भी बात कही ताकि व्यापारिक गतिविधियाँ सुगम और तेज़ हो सकें। उन्होंने यह भी कहा कि मेला डिजिटल अवसंरचना, एआई, ग्रीन टेक्नोलॉजी और साइबर टेक्नोलॉजी के क्षेत्रों में नवाचार और स्टार्टअप्स को विशेष पवेलियन के माध्यम से प्रस्तुत करने का अवसर देगा।
इस बार मेले में बिहार और उत्तर प्रदेश साझेदार राज्य के रूप में, जबकि झारखंड फोकस राज्य के रूप में शामिल हैं। इस आयोजन में भारत और विदेशी प्रदर्शकों की 3500 से अधिक कंपनियों ने भाग लिया है, जिसमें करीब 1 लाख लोग प्रतिदिन मेले में आने की संभावना है। मेले का आयोजन कुल 1,07,000 वर्ग मीटर क्षेत्र में हो रहा है, जो इसे दक्षिण एशिया के सबसे बड़े व्यापार मेलों में से एक बनाता है।
मेले में बिजनेस दिवस 14 से 18 नवंबर तक होंगे, जबकि 19 से 27 नवंबर तक आम जनता के लिए प्रवेश खुला रहेगा। आगंतुक 55 मेट्रो स्टेशनों, डीएमआरसी के ऐप, भारत मंडपम मोबाइल ऐप और ITPO की वेबसाइट से टिकट प्राप्त कर सकते हैं। वरिष्ठ नागरिकों और दिव्यांगजनों के लिए वैध पहचान पत्र के साथ नि:शुल्क प्रवेश का प्रावधान है।
मेला स्थल पर, गेट नंबर 3 और 5 (भैरो रोड) और गेट नंबर 6 और 10 (मथुरा रोड) से प्रवेश होगा। वहीं, बिहार, उत्तर प्रदेश, और झारखंड के अलावा, टाइटन, जिंदल स्टील एंड पावर, जेएसडब्ल्यू स्टील, रिलैक्सो, हॉकिन्स, वुडलैंड जैसी प्रमुख कंपनियां अपने उत्पादों को प्रदर्शित कर रही हैं।
IITF 2024 एक अद्वितीय मंच प्रदान करता है जहां व्यापार, नवाचार और संस्कृति का संगम होता है। यह मेला भारत की औद्योगिक ताकत और उद्यमशीलता की भावना को सशक्त करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है, साथ ही अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शकों की उपस्थिति से यह वैश्विक व्यापार का केंद्र बनता जा रहा है।