
नई दिल्ली। श्री अरबिंदो कॉलेज के तत्वावधान में तीन दिवसीय सांस्कृतिक महोत्सव ‘महक-2025’ का भव्य उद्घाटन हुआ, जहां पहले ही दिन नुक्कड़ नाटकों की धूम रही। प्राचार्य प्रो. अरुण चौधरी ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया और प्रतिभागी टीमों को संबोधित करते हुए नुक्कड़ नाटकों को सामाजिक जागरूकता का प्रभावी माध्यम बताया।
इस सांस्कृतिक महोत्सव में मोक्ष नाट्य संस्था के संयोजक डॉ. हंसराज सुमन ने नुक्कड़ नाटकों के घटते प्रचलन पर चिंता जताते हुए कहा कि आधुनिक दौर में ओटीटी और सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव के कारण नुक्कड़ नाटकों की लोकप्रियता घटी है, लेकिन जागरूकता और सामाजिक बदलाव में उनकी भूमिका आज भी अहम बनी हुई है। इस प्रतियोगिता के लिए 50 से अधिक नाट्य संस्थाओं ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 17 टीमों को मंचन के लिए चयनित किया गया।
नुक्कड़ नाटकों की अहमियत पर प्रकाश डालते हुए निर्णायक मंडल के मुख्य सदस्य प्रो. कैलाश प्रकाश सिंह ने कहा कि ये भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा हैं और समाज की आवाज को सरकार तक पहुंचाने का सशक्त माध्यम हैं। प्रतियोगिता के विजेताओं की घोषणा 29 मार्च को की जाएगी और उन्हें समापन समारोह में पुरस्कृत किया जाएगा।
कार्यक्रम की संयोजक डॉ. अनिता कुमारी ने सभी प्रतिभागी टीमों का उत्साहवर्धन करते हुए धन्यवाद ज्ञापित किया। नुक्कड़ नाटक प्रतियोगिता में अलग-अलग विषयों पर प्रस्तुत किए गए प्रभावशाली नाटकों ने दर्शकों को जागरूकता के साथ मनोरंजन भी प्रदान किया, जिससे पूरे माहौल में सामाजिक चेतना की महक फैल गई।