पिंपरी, पुणे, 28 जनवरी 2025: महाराष्ट्र के 58वें वार्षिक निरंकारी संत समागम के समापन के बाद, पिंपरी स्थित मिलिट्री डेयरी फार्म ग्राउंड में भव्य सामूहिक विवाह समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें 93 जोड़े वैवाहिक बंधन में बंधे। सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज एवं निरंकारी राजपिता रमित जी की पावन उपस्थिति में इस समारोह ने आध्यात्मिक और सामाजिक समरसता का अद्भुत दृश्य प्रस्तुत किया।
सतगुरु माता जी ने नवविवाहितों को सम्मान, प्रेम और कर्तव्यनिष्ठा के साथ जीवन जीने का आशीर्वाद दिया और सादगीपूर्ण विवाह संस्कार को अपनाने के लिए उनके परिवारों की सराहना की। इस अवसर पर पारंपरिक जयमाला के साथ सांझा-हार पहनाने की निरंकारी विधि का पालन किया गया, और निरंकारी लावों का पाठ किया गया, जिससे गृहस्थ जीवन के आदर्श मूल्यों को समझाया गया।
इस आयोजन में महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, बिहार, तेलंगाना समेत विभिन्न राज्यों और विदेशों से भी वर-वधू शामिल हुए। विवाह के उपरांत समागम स्थल पर भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सभी परिजनों और संगत ने सहभागिता की।
विशेष रूप से, इस विवाह में उच्च शिक्षित वर-वधुओं का समावेश देखने को मिला। कई परिवार जो भव्य आयोजन कर सकते थे, उन्होंने निरंकारी पद्धति को अपनाकर सादा विवाह का अनुकरणीय उदाहरण प्रस्तुत किया। यह आयोजन जाति-धर्म की सीमाओं को तोड़ते हुए समानता और एकत्व का संदेश दे रहा था, जो निरंकारी मिशन की मूल भावना को दर्शाता है।