2 अक्टूबर को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर, दिल्ली के टोडापुर स्थित ट्रैफिक मुख्यालय में स्वच्छ भारत अभियान के तहत एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस अभियान का उद्देश्य पूरे भारत में स्वच्छता और सफाई को बढ़ावा देना है, जो बापू के स्वच्छता के संदेश को याद दिलाता है।कार्यक्रम की शुरुआत ट्रैफिक मुख्यालय के डीसीपी श्री शशांक जायसवाल के उद्घाटन संदेश से हुई, जिसे रिजर्व ट्रैफिक इंस्पेक्टर ने पढ़ा। उन्होंने स्वच्छ भारत अभियान में भाग लेने के महत्व पर जोर दिया और बताया कि स्वच्छता केवल एक कर्तव्य नहीं, बल्कि एक जीवनशैली है, जो नागरिकों के स्वास्थ्य और भलाई पर गहरा प्रभाव डाल सकती है। यह संदेश वहां मौजूद अधिकारियों, ट्रैफिक कांस्टेबलों और टोडापुर आवासीय क्षेत्र से आए सामुदायिक स्वयंसेवकों के बीच गूंज उठा।उद्घाटन संदेश के बाद स्वच्छता अभियान की शुरुआत हुई, जहां सभी प्रतिभागियों ने ट्रैफिक मुख्यालय के आसपास के क्षेत्रों की सफाई में सक्रिय रूप से भाग लिया। झाड़ू, कचरा बैग और दस्तानों से लैस स्वयंसेवकों ने कचरा और मलबा एकत्र कर स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को दर्शाया। प्रतिभागियों के बीच उत्साह देखते ही बनता था,उद्घाटन संदेश के बाद एक स्वच्छता अभियान शुरू किया गया, जिसमें सभी प्रतिभागियों ने ट्रैफिक मुख्यालय के आसपास के क्षेत्रों की सफाई में सक्रिय रूप से भाग लिया। झाड़ू, कचरा बैग और दस्तानों से सुसज्जित स्वयंसेवकों ने कचरा और मलबा इकट्ठा किया, जो अभियान के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इस दौरान प्रतिभागियों में उत्साह साफ दिखाई दिया, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि सार्वजनिक स्थानों की स्वच्छता बनाए रखना हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।यह कार्यक्रम स्वच्छ भारत अभियान के आदर्शों को न सिर्फ याद दिलाने का एक जरिया बना, बल्कि यह एक मॉडल भी प्रस्तुत करता है कि किस तरह नागरिक जिम्मेदारी और सामुदायिक भागीदारी के माध्यम से स्वच्छ भारत के लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है। कार्यक्रम में शामिल सभी लोग इस अभियान की सफलता और स्वच्छता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के साथ लौटे, जिससे यह स्पष्ट हुआ कि स्वच्छता सिर्फ एक दिन का प्रयास नहीं, बल्कि एक निरंतर प्रक्रिया है जिसे हम सभी को अपने जीवन का हिस्सा बनाना चाहिए।
साँस लेने लायक भविष्य के लिए साझा जिम्मेदारी: डॉ. उर्वशी मित्तल की पहल”
हम सभी पर्यावरण का अभिन्न हिस्सा हैं, और प्रदूषण का बढ़ता स्तर और वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) में गिरावट ने मानव और पशु जीवन को प्रभावित किया है। अब समय…